कोलकाताः पश्चिम बंगाल में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए सीएम ममता बनर्जी अपने पत्ते फेंकना शुरू कर दिया है। राज्य में बीजेपी के उभार से परेशान ममता ने बंगाल स्वाभिमान को मुद्दा बनाने की योजना बनाई है। इसिलिए उन्होंने अर्थशास्त्र के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार के लिए भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी के नाम की घोषणा होने और पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध नामांकन को राज्य के लिए फक्र की बात कही है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि पश्चिम बंगाल के लिए यह गर्व की बात है प्रदेश के रत्नों ने दुनिया भर में बंगाल का नाम रौशन किया है। पश्चिम बंगाल गौरवान्वित है और यह लगातार आगे बढ़ रहा है। मालूम हो कि भारतीय टीम के पूर्व क्रिकेटर सौरव गांगुली का बीसीसीआई अध्यक्ष बनना लगभग तय है। इसके साथ ही ममता बनर्जी ने कोलकाता में अभिजीत बनर्जी के परिजनों से भी मुलाकात की।
बता दें कि अर्थशास्त्र के क्षेत्र में भारतीय मूल के अभिजीत बनर्जी, उनकी पत्नी एस्थर डफ्लो और माइकल क्रेमर को 'वैश्विक गरीबी खत्म करने के प्रयोग' के उनके शोध के लिए नोबेल पुरस्कार से सम्मानित करने का एलान किया गया है। अभिजीत बनर्जी फिलहाल मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर हैं। उन्होंने 1981 में कोलकाता यूनिवर्सिटी से बीएससी, 1983 में जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी से एमए, फिर हार्वर्ड यूनिवर्सिटी से पीएचडी की। वह और उनकी पत्नी डफ्लो अब्दुल लतीफ जमील पॉवर्टी एक्शन लैब के सह-संस्थापक भी हैं। पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने सोमवार को भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नए अध्यक्ष होंगे। इस पद के लिए वह आवेदन करने वाले एकमात्र उम्मीदवार थे।
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