कोलकाता: पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफ़ान अम्फान ने भारी तबाही मचाई है. इससे राज्य में तक़रीबन 85 लोगों की मौत हुई है, वहीं बड़ी संख्या में पेड़ उखड़ने से कई इलाकों में बिजली सप्लाई बाधित हुई है. लोगों को पेयजल की समस्या का भी सामना करना पड़ रहा है, वहीं जलजमाव ने लोगों की तकलीफ और बढ़ा दी है. इन सबके बीच तूफान की तबाही के निशान पर राजनीति भी तेज हो गई है.
राज्य की ममता सरकार ने हालात जल्द सामान्य बनाने के लिए सेना की सहायता मांगी थी. सूबे में सेना ने मोर्चा संभाला तो अब गवर्नर जगदीप धनखड़ ने इसी मुद्दे पर ट्वीट करते हुए ममता सरकार को घेरा है. गवर्नर ने सेना के कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा है कि सेना ने कम समय में हालात को सामान्य बनाने का काम किया है. यह अनुकरणीय है. इससे तूफान की वजह से प्रभावित हुए लोगों को बड़ी राहत मिली है.
राहत कार्य में देरी पर सीएम ममता बनर्जी ने सफाई देते हुए दो महीने से बंद राजस्व का भी हवाला दिया था. वहीं, भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने प्रभावित इलाकों का दौरा करने जाते वक़्त पुलिस द्वारा उन्हें रोके जाने का आरोप लगाते हुए कहा था कि दक्षिण 24 परगना जिले में उन्हें रोक लिया गया. इस पर सीएम ममता बनर्जी ने आपदा के समय में सियासत ना करने की अपील की थी.
Our Army has in short time performed in exemplary manner and effected restoration work.
— Governor West Bengal Jagdeep Dhankhar (@jdhankhar1) May 24, 2020
A big relief to suffering people. Should have been called @MamataOfficial earliest and not after three days.
Army was in full preparedness for relief work even before land fall #Amphan. pic.twitter.com/GcqJ9kyUbJ
आइसोलेशन वार्ड में मोबाइल बैन पर बोले अखिलेश, कहा- अस्पतालों की दुर्दशा छुपाने के लिए लगाई रोक
संजय राउत ने सीएम योगी को बताया हिटलर, कहा- मजदूरों पर हो रहा यहूदियों जैसा अत्याचार
महिलाओं को बांटे गए 'सैनिटरी पैड्स' पर आदित्य ठाकरे की तस्वीर, MNS ने बोला हमला