कोलकाता: पश्चिम बंगाल के नदिया जिले के एक अस्पताल ने बीते शुक्रवार को एक कोविड रोगी को मृत घोषित कर दिया। वही उसके बाद अस्पताल वालों ने बीते शनिवार को उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया, लेकिन जब कर्मचारी उसे अंतिम संस्कार के लिए ले जा जाने के लिए गए तो वह अस्पताल के बेड पर बैठा मिला। जी हाँ, सुनकर आपको यकीन नहीं हो रहा होगा लेकिन यह सच है।
इस मामले में मरीज के परिवार ने बताया कि, ''धंतला थाना क्षेत्र के हिजुली निवासी 26 वर्षीय एक व्यक्ति को बुखार और सीने में दर्द की शिकायत होने पर राणाघाट उपमंडल अस्पताल में भर्ती कराया गया था।'' वही उन्होंने आगे बताया कि कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद मरीज की हालत बिगड़ने पर 12 मई को कल्याणी के अस्पताल में रेफर किया गया। उसके बाद से मरीज का वहां इलाज चालू हो गया। बीते शुक्रवार को अस्पताल के अधिकारियों ने कथित तौर पर परिवार को मरीज के मृत्यु होने की सूचना दी। वही बीते शनिवार को उसके परिवार को मृत्यु प्रमाण पत्र भी दिया गया।
इस मामले में परिवार वालों ने कहा कि, ''जब शमशान के कर्मचारी उसका शव लेने अस्पताल के वार्ड में पहुंचे, तो वह उठ कर बिस्तर पर बैठ गया।'' इस पूरे मामले को कल्याणी के नेताजी सुभाष सेनेटोरियम कोविड अस्पताल का बताया जा रहा है। इस मामले में परिवार वालों ने कहा कि ''उसके मृत्यु प्रमाण पत्र में यह भी बताया गया था कि उसके पिता की मृत्यु हो गई थी, लेकिन ऐसा नहीं है।'' केवल यही नहीं बल्कि इस घटना के होने के बाद मरीज को इस अस्पताल से शिफ्ट कर दिया गया है।
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