कोलकाता: हर वर्ष की भांति इस बार भी पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के आवास पर यज्ञ तथा मंत्रोच्चारण के मध्य काली पूजा की गई, किन्तु इस बार कोरोना संबंधी प्रतिबंधों की वजह से मंत्रियों तथा दूसरी हस्तियों को पूजा में निमंत्रित नहीं किया गया. तृणमूल के सूत्र बताते हैं कि सीएम ने भोग तैयार करने सहित सभी तैयारियां अपनी निगरानी में कराई हैं.
सूत्रों ने बताया कि पूजा में बनर्जी के परिवार वाले और उनकी पार्टी के कुछे शीर्ष नेताओं सहित कुछ अन्य लोग सम्मिलित हुए. ममता बनर्जी के भतीजे तथा तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक को जिलें के कालीघाट क्षेत्र में स्थित बनर्जी के आवास में अग्नि के समक्ष यज्ञ में हिस्सा लेते देखा गया. उन्होंने बताया कि इस अवसर पर प्रत्येक वर्ष बड़ी संख्या में लोगों को आमंत्रित किया जाता था, किन्तु इस बार कोरोना संकट की वजह से बनर्जी के आवास पर सादगी से पूजा की गई. बीते वर्ष काली पूजा में सम्मिलित होने के लिये राज्यपाल जगदीप धनखड़ भी अपनी वाईफ के साथ ममता बनर्जी के आवास पर पहुंचे थे.
बंगाल में 2020 में होने वाले एलेक्शंस की तैयारियां प्रदेश में आरम्भ हो गई हैं. ऐसे में ममता सरकार ने बंगाल के युवाओं को 'कर्म साथी' योजना के तहत मोटरसाइकिल देने का निर्णय किया है. कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह निर्णय पिछली 4 नवंबर को लिया था. इसका उद्देश्य लगभग 10 लाख लोगों की सहायता करना था. ममता बनर्जी की मंत्रीमंडल में ट्रांसपोर्ट मंत्री शुभेंदु अधिकारी बहुत वक़्त से पार्टी छोड़ने के हिंट दे रहे हैं.
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