कोलकाता: भारत भर के कर्मचारी संगठन आज से दो दिन की हड़ताल पर हैं, सभी लेफ्ट पार्टियों ने इस देशव्यापी हड़ताल का समर्थन किया है, साथ ही अपने संगठनों से इस हड़ताल में हिस्सा लेने के लिए कहा है. वहीं पश्चिम बंगाल में लेफ्ट पार्टी की इस हड़ताल के विरुद्ध प्रदेश की सीएम और तृणमूल अध्यक्ष ममता बनर्जी ने धावा बोल दिया है. ममता बनर्जी ने कहा है कि वे इस हड़ताल के समर्थन में नहीं हैं, साथ ही प्रदेश में हड़ताल से निपटने के लिए सरकार ने ठोस योजना तैयार की है.
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लेफ्ट पार्टियों पर हमला बोलते हुए ममता बनर्जी ने कहा है कि पिछले 34 सालों में लेफ्ट पार्टियों की हड़ताल की राजनीति के कारण लोगों को काफी नुकसान झेलना पड़ा है, वहीं इससे प्रदेश का विकास भी ठप हो गया था. ममता ने कहा है कि आम लोगों को इस हड़ताल के कारण किसी भी तरह की कोई समस्या न हो इसके लिए उन्होंने कड़े इंतजाम किए हैं. ममता ने कहा है कि हम प्रदेश में बंद के समर्थन में नहीं हैं और प्रदेश में कोई बंद नहीं होने देंगे. उन्होंने कहा है कि प्रदेश के वित्त विभाग की तरफ से पहले ही दिशानिर्देश जारी कर दिए गए हैं कि सरकारी कार्यालयों में मौजूदगी अनिवार्य होगी, कर्मचारियों को कोई कैजुअल लीव नहीं दी जाएगी.
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इस हड़ताल के चलते पश्चिम बंगाल की ममता सरकार प्रदेश में 500 अतिरिक्त बसें चलाएगी, जिससे लोगों को परिवहन में किसी भी तरह की कोई समस्या न उठाना पड़े. इसके साथ ही 20 प्रतिशत अतिरिक्त ट्रैम्स का भी संचालन भी इस्टर्न मेट्रोपोलिस में होगा. आपको बता दें कि लेफ्ट पार्टियों ने अपनी सभी सहयोगी पार्टियों से इस हड़ताल में हिस्सा लेने के लिए कहा है और नरेंद्र मोदी सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन करने को कहा है. वहीं कर्मचारियों और किसानों ने घोषणा की है कि वे इस दौरान रेल और चक्का जाम अभियान चलाएंगे. कई राज्यों में इस हड़ताल के चलते शैक्षणिक संस्थानों ने छुट्टी भी घोषित कर दी है.
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