सहारनपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज उत्तर प्रदेश के सराहनपुर में विशाल जनसभा को संबोधित कर रहे हैं । इस दौरान उन्होंने जनता से कहा कि, "2024 का चुनाव सिर्फ सरकार बनाने का चुनाव नहीं है, बल्कि ये चुनाव विकसित भारत बनाने के लिए है।" पीएम मोदी ने कहा कि, ''हमारा ये स्थान मां शक्ति का स्थान है, ये मां शक्ति की साधना का स्थान है और हिंदुस्तान के हर कोने में शक्ति की उपासना हमारी स्वाभाविक, आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा है। हम वो देश हैं, जो कभी भी शक्ति उपासना को नकारते नहीं हैं। लेकिन ये देश का दुर्भाग्य है कि INDI अलायंस के लोग चुनौती दे रहे हैं कि उनकी लड़ाई शक्ति के खिलाफ है। जिन-जिन लोगों ने शक्ति को नष्ट करने का प्रयास किया है, उन सबका क्या हाल हुआ है, ये इतिहास और पुराणों में अंकित है।'' दरअसल, राहुल गांधी ने एक रैली में कहा था कि, हिन्दू धर्म में एक शब्द है शक्ति, हमारी लड़ाई उसी शक्ति के खिलाफ है। राहुल गांधी के इस बयान को हिन्दू धर्म का अपमान माना गया, क्योंकि शक्ति को माँ दुर्गा के रूप में पूजा जाता है, मातृशक्ति के रूप में पूजा जाता है, आदिशक्ति कहा जाता है। यहाँ तक कि, नवरात्री के पर्व को शक्तिपर्व और दुर्गा पूजा को शक्ति पूजा भी कहते हैं। गौर करें कि राहुल ने ये नहीं कहा था की हिंदी में एक शब्द है शक्ति, उन्होंने बाकायदा हिन्दू धर्म कहा था, और हिन्दू धर्म में शक्ति का क्या अर्थ है, ये अधिकतर भारतीय जानते हैं। इसी बयान के कारण राहुल निशाने पर आ गए थे।
पीएम मोदी ने कहा कि, 10 वर्ष पहले मैं चुनावी जनसभा के लिए सहारनपुर आया था। उस समय देश घोर निराशा, घोर संकट के दौर से गुजर रहा था। तब मैंने आपको गारंटी दी थी कि मैं देश झुकने नहीं दूंगा, देश रुकने नहीं दूंगा। मैंने संकल्प लिया था कि आपके आशीर्वाद से हर स्थिति, हर परिस्थिति को बदलूंगा, निराशा को आशा में बदलूंगा, आशा को विश्वास में बदलूंगा। आपने अपने आशीर्वाद में कोई कमी नहीं रखी और मोदी ने अपनी मेहनत में कोई कमी नहीं छोड़ी। पीएम मोदी ने कहा कि, आज हिंदुस्तान के हर कोने से एक ही आवाज आ रही है।महिलाएं भी बोल रही हैं, बुजुर्ग भी बोल रहे हैं, गांव भी बोल रहा है, शहर भी बोल रहे हैं - फिर एक बार मोदी सरकार।
उन्होंने कहा कि, आज भाजपा का स्थापना दिवस है। बहुत कम दशकों में ही भाजपा के साथ रिकॉर्ड संख्या में हमारे देशवासी जुड़े हैं। भाजपा ने लोगों का भरोसा जीता है, भाजपा ने लोगों दिल जीता है। इसका सबसे बड़ा कारण है कि भाजपा राजनीति नहीं, राष्ट्रनीति पर चलती है। भाजपा के लिए राष्ट्र प्रथम है, ये भाजपा के नारा नहीं बल्कि हमारे article of faith है। उन्होंने कहा कि, कांग्रेस की सरकारें जो कई दशकों में नहीं कर पाई, वो भाजपा ने 10 साल में करके दिखाया है। इसलिए ही पूरा देश कह रहा है - 4 जून, 400 पार! कांग्रेस जितने साल सत्ता में रही, उसने कमीशन खाने को प्राथमिकता दी। INDI अलायंस कमीशन के लिए है। जबकि NDA, मोदी सरकार मिशन के लिए है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, अयोध्या में रामलला का भव्य मंदिर, चुनावी घोषणा नहीं, बल्कि हमारा मिशन रहा है। इस वर्ष रामनवमी में हमारे प्रभु राम टेंट में नहीं, बल्कि भव्य मंदिर में दर्शन देंगे। भारत को एक मजबूत देश बनाना भाजपा की प्रतिबद्धता है। यानी जैसी भाजपा की नीयत है, जैसी निष्ठा है, नीतियां भी वैसी ही बनती हैं। इसीलिए आज हर हिंदुस्तानी अनुभव से कह रहा है - नीयत सही, तो नतीजे सही। प्रधानमंत्री ने कहा कि, भाजपा देश के हर नागरिक की परेशानी कम कर रही है। हर किसी के लिए नए अवसर बना रही है। सहारनपुर की लकड़ी की नक्काशी और यहां के लोगों के कौशल की ख्याति तो दूर-दूर तक है। इसलिए योगी जी हों या मोदी, हमें आपका ध्यान है। इसलिए हम दोनों एक बात बार-बार बोलते हैं - Vocal for Local.
पीएम मोदी ने सहारनपुर का जिक्र करते हुए कहा कि, ये क्षेत्र अपनी कृषि उत्पादकों के लिए भी जाना जाता है। पिछले 10 साल से हमारी सरकार लगातार अपने किसान भाइयों के लिए काम कर रही है। किसान की छोटी-छोटी जरूरत को लेकर हमारी सरकार संवेदनशील है। आज देश में छोटे किसानों की पीएम किसान निधि के जरिये मदद की जा रही है। अकेले यहां सहारनपुर में ही 3 लाख से ज्यादा किसानों के खाते में 860 करोड़ रुपये सीधे भेजे जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि, दुनिया के कई देशों में यूरिया का एक बोरा 3,000 रुपये में मिलता है। हमारे यहां किसानों को यूरिया का ये बोरा 300 रुपये से भी कम में मिलता है।
पीएम मोदी ने कहा कि, अब हम भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के मिशन में जुटे हैं। वहीं दूसरी तरफ हमारे विरोधी सत्ता पाने के लिए तड़प रहे हैं। मैं देश का पहला ऐसा चुनाव देख रहा हूं, जहां विपक्ष जीत का दावा नहीं कर रहा है, बल्कि विपक्ष केवल इसलिए चुनाव लड़ रहा है, ताकि भाजपा की सीटें 370 से कम की जा सकें और NDA की सीटें 400 से कम की जा सकें। सपा की स्थिति तो ये है कि यहां उन्हें हर घन्टे अपने उम्मीदवार बदलने पड़ रहे हैं। कांग्रेस की स्थिति तो और भी विचित्र है, कांग्रेस को तो उम्मीदवार ही नहीं मिल रहे। जिन सीटों को कांग्रेस अपना गढ़ मानती थी, वहां भी उसे उम्मीदवार उतारने की हिम्मत ही नहीं हो रही है। यानी INDI गठबंधन अस्थिरता और अनिश्चितता का दूसरा नाम बन चुका है। इसलिए देश आज उनकी एक भी बात को गंभीरता से नहीं ले रहा है। आपको याद होगा, यहां उत्तर प्रदेश में 2 लड़कों की जो फिल्म पिछली बार फ्लॉप हो चुकी है, उन 2 लड़कों की फिल्म को इन लोगों ने फिर से रिलीज किया है। मुझे समझ नहीं आता कि काठ की इस हांडी को ये INDI गठबंधन वाले कितनी बार चढ़ाएंगे।
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