हैदराबाद: ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के भाई और विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी ने उस घटना का जिक्र करते हुए कहा है कि जब उन्होंने अपनी रैली समय पर खत्म करने के लिए कहा तो उन्होंने एक पुलिसकर्मी को धमकी दी। अब उन्होंने और शेखी बघारते हुए कहा है कि उन्होंने पुलिस वाले के साथ जो कुछ भी किया वह "बहुत कम" था।
ये है अकबरुददीन औवेशी, असदुददीन औवेशी के भाई है ।
— Er. Rajesh Singh (@Kumar1975Rajesh) November 22, 2023
ये ऑन ड्यूटी पुलिस अधिकारी को धमकी दे रहा है कि,"कोई माई का लाल पैदा नही हुआ है मुझे रोकने के लिए, इशारा कर दिया तो दौड़ना पड़ेगा" ।
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आदर्श आचार संहिता के तहत समय पर रैली खत्म करने पर ये धमकी !
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कहां है चुनाव आयोग ?
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चुनावी राज्य तेलंगाना में एक सभा को संबोधित करते हुए अकबरुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, "जैसा भी, जो भी करा, बहुत कम करा, मेरा हक है, मैं बोल सकता हूं, यह मेरा अधिकार है। मैं बोल सकता हूं, मुझे 10 बजे तक बोलने की इजाजत थी।" इसके साथ ही अपने भाषण में अकबरुद्दीन ओवैसी ने पीएम नरेंद्र मोदी के चुनाव प्रचार के बारे में भी बात की और पूछा कि क्या अगर पीएम मोदी की रैली में पुलिस वाला घुसता तो भी मीडिया इसी तरह सवाल करता।
उन्होंने कहा कि, "अगर मोदी (चुनाव प्रचार में) बोल रहे होते और एक पुलिसकर्मी आता, तो क्या मीडिया उसी भाषा में बात करता? उन्होंने पुलिस वाले से सवाल किया था, वह कैसे आया? वह क्यों आया? उसे नहीं आना चाहिए।' इस दौरान ओवैसी को सुनने वाली भीड़ तालियां बजा रही थीं। 22 नवंबर को, अकबरुद्दीन ओवैसी ने एक पुलिस इंस्पेक्टर को धमकी दी, जब उन्हें तेलंगाना में 30 नवंबर के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर लगाए गए आदर्श आचार संहिता (MCC) के अनुसार हैदराबाद में अपनी रैली पूरी करने के लिए कहा गया।
जब असदुद्दीन ओवेसी के भाई अकबरुद्दीन ओवेसी ने कहा कि अगर पुलिस को 15 मिनट के लिए हटा दिया जाए तो "25 करोड़" (मुसलमान) आसानी से "100 करोड़" (हिंदुओं) पर कब्ज़ा कर लेंगे " तब कितने लोगों ने कहाँ था "नफरत की दुकान है ये"?
— अंशुमान (@Anshuman_BJP1) September 22, 2023
एक अन्य वीडियो में वह हिंदू देवी-देवताओं का मजाक उड़ाते नजर… pic.twitter.com/IpG9Jgg8jl
बता दें कि, सामने आए एक वीडियो में अकबरुद्दीन औवेसी इंस्पेक्टर को डांटते हुए अपनी घड़ी की ओर इशारा करते नजर आ रहे हैं। अकबरुद्दीन ने पुलिस अफसर को धमकाते हुए कहा था कि, "इंस्पेक्टर साहब, मेरे पास एक घड़ी है। कृपया यहां से चले जाइए। क्या आपको लगता है कि चाकुओं और गोलियों का सामना करने से मैं कमजोर हो गया? मुझमें बहुत साहस है। पांच मिनट बचे हैं और मैं कहूंगा कि पांच मिनट के लिए। मुझे कोई नहीं रोक सकता। अगर मैं इशारा कर दूं कि आपको यहाँ से भागना पड़ेगा।" दौडाऊं क्या ? ऐसे लोग आते हैं और हमें कमजोर करते हैं।'' बाद में वीडियो के सिलसिले में ओवैसी के खिलाफ कानून की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया था, हालाँकि कार्रवाई कुछ नहीं हुई।
हैदराबादी चचा का पैगाम
— Chandra Pandey (@PandeyChandra96) December 23, 2021
जब मोदी पहाड़ों पर चले जाएंगे, जब योगी मठ में चले जाएंगे
तब तुम्हें बचाने कौन आएगा ? हम मुसलमान कुछ नहीं भूले हैं।
अब फैसला आपको करना है। pic.twitter.com/G8LfJ9lqUh
बता दें कि, इससे पहले भी अकबरुद्दीन ने एक रैली में मंच से कहा था कि, ''हिन्दुओं तुम 100 करोड़ हो न, हम (मुस्लिम) 25 करोड़ हैं न, बस 15 मिनट के लिए पुलिस हटा लो, बता देंगे किसमे कितना दम है, कौन ताकतवर है।'' उस समय भी उनके खिलाफ केस दर्ज हुआ था, लेकिन केस दर्ज होने के आलावा कार्रवाई कुछ नहीं हुई। अब भी अकबरुद्दीन के बड़े भाई असदुद्दीन ओवैसी मंचों से ''15 मिनट, 15 मिनट..'' बोल-बोलकर उस बयान की याद दिलाते रहते हैं और उनके समर्थक तालियां पीटते रहते हैं। खुद असदुद्दीन ओवैसी यूपी में एक रैली में कह चुके हैं कि, ''जब मोदी पहाड़ों में चले जाएंगे, योगी मठ में चले जाएंगे, तब तुम्हे कौन बचाने आएगा, हम भूलेंगे नहीं, मुसलमान सब याद रखेगा, वक्त बदलेगा इंशाल्लाह, अल्लाह अपनी ताकत के जरिए तुमको नेस्तनाबूद करेगा।'' असदुद्दीन के बयान पर भी बवाल मचा और ठंडा हो गया, कार्रवाई कुछ नहीं।
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