क्या होता है कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ टेस्ट, जानिए?

क्या होता है कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ टेस्ट, जानिए?
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जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, महिलाओं को अपनी सेहत का खास ध्यान रखना जरूरी हो जाता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें, तो 35 साल की उम्र के बाद हर महिला को कुछ खास मेडिकल टेस्ट जरूर करवाने चाहिए ताकि किसी भी गंभीर बीमारी का समय पर पता चल सके और इलाज भी जल्दी शुरू किया जा सके। जानें, 35 की उम्र के बाद महिलाओं को कौन से मेडिकल टेस्ट जरूर करवाने चाहिए।

1. कार्डियोवेस्कुलर हेल्थ टेस्ट

उम्र के साथ दिल कमजोर होने लगता है, खासकर महिलाओं में। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि 35 के बाद महिलाओं को दिल से जुड़ी जांचें जरूर करवानी चाहिए। इन टेस्ट्स से हृदय से जुड़ी वंशानुगत बीमारियों, जैसे कि हाई कोलेस्ट्रॉल और हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी जैसी समस्याओं का पता चल सकता है। इससे दिल से जुड़ी समस्याओं का समय रहते इलाज हो पाता है।

2. जेनेटिक स्क्रीनिंग

जेनेटिक स्क्रीनिंग एक महत्वपूर्ण टेस्ट है जो आनुवांशिक बीमारियों के संकेत और जोखिम का पता लगाने में मदद करता है। इस टेस्ट से पता लगाया जा सकता है कि परिवार में कोई बीमारी है जो महिला को प्रभावित कर सकती है। उदाहरण के लिए, कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का भी इस टेस्ट के जरिए समय पर पता चल सकता है। जिन महिलाओं के परिवार में कैंसर का इतिहास है, उन्हें ये स्क्रीनिंग जरूर करवानी चाहिए।

3. अल्जाइमर टेस्ट

अल्जाइमर एक मानसिक बीमारी है जो उम्र बढ़ने के साथ महिलाओं में देखी जा सकती है। 35 साल के बाद अल्जाइमर का टेस्ट करवा लेना अच्छा होता है, क्योंकि इस बीमारी का संबंध APOE जीन से होता है। जेनेटिक टेस्टिंग में APOE जीन का परीक्षण होता है, जिससे यह पता चल सकता है कि भविष्य में महिला को अल्जाइमर का खतरा तो नहीं है। इस बीमारी का समय पर पता चलने से इसके प्रभावों को कम करने में मदद मिल सकती है।

4. सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग

सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में तेजी से बढ़ने वाली बीमारियों में से एक है। 35 साल के बाद हर महिला को सर्वाइकल कैंसर की स्क्रीनिंग करवानी चाहिए। इस स्क्रीनिंग में एचपीवी जिनोटाइपिंग टेस्ट भी शामिल होता है, जिससे कैंसर का पता जल्दी लगाया जा सकता है। भारत में भी सर्वाइकल कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए समय पर जांच करवाना जरूरी है।

5. ब्रेस्ट कैंसर टेस्ट

ब्रेस्ट कैंसर का खतरा भी 35 की उम्र के बाद महिलाओं में बढ़ सकता है। ब्रेस्ट कैंसर का जल्दी पता लगाने के लिए BRCA जीन उत्परिवर्तन टेस्ट कराना फायदेमंद होता है। यह टेस्ट उन महिलाओं के लिए और भी जरूरी हो जाता है जिनके परिवार में किसी को ब्रेस्ट कैंसर हुआ है। इस टेस्ट से पता चल सकता है कि स्तन कैंसर का कोई जोखिम तो नहीं है, जिससे समय पर इलाज शुरू किया जा सके।

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