उमस भरी गर्मियों में पसीना आना आम बात है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर पसीना जरूरत से ज्यादा आने लगे तो यह किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है? इसे हल्के में लेना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह एक खास बीमारी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं, जिसे हाइपरहाइड्रोसिस कहते हैं। आइए, इस बीमारी के बारे में विस्तार से जानते हैं और इसके लक्षण और बचाव के तरीकों को समझते हैं।
हाइपरहाइड्रोसिस एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति के शरीर में सामान्य से ज्यादा पसीना आता है। यह पसीना केवल गर्मी या उमस में ही नहीं, बल्कि बिना किसी शारीरिक गतिविधि के भी हो सकता है। दरअसल, इस बीमारी में पसीना निकलने वाले ग्लैंड्स (ग्रंथियों) बहुत ज्यादा सक्रिय हो जाते हैं, जिससे बिना किसी कारण भी बहुत अधिक पसीना आने लगता है।
हाइपरहाइड्रोसिस के कई लक्षण होते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
हाइपरहाइड्रोसिस के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें प्रमुख हैं:
हाइपरहाइड्रोसिस का इलाज कई तरीकों से किया जा सकता है। डॉक्टर इस स्थिति का इलाज थर्मलिसिस और बोटॉक्स इंजेक्शन जैसी तकनीकों के जरिए कर सकते हैं। अगर आपको भी अत्यधिक पसीना आता है, तो सबसे पहले आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए।
जरूरत से ज्यादा पसीना आना केवल गर्मी की वजह से नहीं हो सकता, बल्कि यह हाइपरहाइड्रोसिस जैसी बीमारी का लक्षण भी हो सकता है। इसलिए अगर आपको भी इस तरह की समस्या महसूस होती है, तो इसे हल्के में न लें और तुरंत डॉक्टर से सलाह लें। सही समय पर इलाज करवाने से आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं और स्वस्थ जीवन जी सकते हैं।
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