आखिर क्यों पूजा में जरुरी होता है शंख, जानिए पूजन क्यों है जरुरी?

आखिर क्यों पूजा में जरुरी होता है शंख, जानिए पूजन क्यों है जरुरी?
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आप सभी जानते ही होंगे किसी भी पूजा-पाठ में शंख बजाना बहुत शुभ माना जाता है। जी दरअसल ऐसा माना जाता है कि देवताओं को शंख की आवाज बहुत पसंद है और इससे प्रसन्न होकर भगवान भक्तों की हर मनोकामनाएं पूरी करते हैं। जी हाँ और वास्तु के अनुसार शंख बजाने से आसपास की नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है। कहा जाता है उत्तर पूर्व दिशा में शंख रखने से घर में खुशहाली आती है। इसके अलावा पुराणों के अनुसार शंख समुद्र मंथन में से निकले 14 रत्नों में से एक है और भगवान विष्णु को शंख अत्यंत प्रिय है। इस वजह से भगवान श्री नारायण की पूजा में शंखनाद जरूर होता है।

आइए जानते हैं पूजा में क्यों जरूरी माना जाता है शंख- कहा जाता है ऐसी मान्यता है कि शंख बजाने से ईश्वर का आशीर्वाद मिलता है और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है। जी दरअसल शंख से निकलने वाली ध्वनि सभी बाधाओं और दोष को दूर करती है। इसके अलावा यह भी मान्यता है कि जिस घर में शंख होता है, वहां पर माता लक्ष्मी की कृपा बरसती है। ध्यान रहे पूजा घर में दक्षिणावर्ती शंख रखना और बजाना अत्यंत शुभ माना जाता है। इसके अलावा सुबह-शाम शंख बजाने से घर बुरी नजर से बचा रहता है।

शंख का पूजन है जरूरी- घर में नया शंख लाने के बाद सबसे पहले उसे किसी साफ बर्तन में रखकर उसे अच्छी तरह से जल से साफ कर लें। उसके बाद शंख का गाय के कच्चे दूध और गंगाजल से अभिषेक करें। अब शंख को साफ कपड़े से पोंछकर चंदन, पुष्प और धूप से पूजन करें। अब आप भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की प्रार्थना करें और हाथ जोड़कर निवेदन करें कि वो इस शंख में निवास करें। ध्यान रहे शुभ फलों की प्राप्ति के लिए हर दिन इसी तरह शंख की पूजा करने के बाद ही इसे बजाना चाहिए।

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