शारदीय नवरात्रि का त्योहार हिंदू धर्म में अत्यधिक श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। यह नौ दिवसीय पर्व देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की पूजा-अर्चना को समर्पित है। मान्यता है कि इस समय देवी मां पृथ्वी पर आती हैं और भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं। नवरात्रि के दौरान भक्त उपवास रखते हैं, जो धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण होने के साथ-साथ स्वास्थ्य के लिहाज से भी लाभकारी होता है।
हालांकि, उपवास के दौरान सही तरीके से खानपान का ध्यान न रखने पर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए विशेषज्ञों की सलाह के अनुसार, उपवास करते समय कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि उपवास न केवल आपकी आस्था को मजबूती दे, बल्कि आपके स्वास्थ्य को भी सुधार सके।
उपवास के दौरान स्वास्थ्य का ध्यान क्यों ज़रूरी है?
नवरात्रि के उपवास से शरीर को डिटॉक्स करने का मौका मिलता है। इस दौरान शरीर से विषैले तत्व बाहर निकलते हैं, जिससे शारीरिक और मानसिक शुद्धता का अनुभव होता है। साथ ही, उपवास से पाचन तंत्र को आराम मिलता है और शरीर की ऊर्जा को पुनः संचारित करने का अवसर मिलता है। हालांकि, गलत तरीके से उपवास करने से कमजोरी, थकान, डिहाइड्रेशन और कई अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, अगर आप सही तरीके से उपवास नहीं करते हैं तो इसके नुकसान भी हो सकते हैं। इसलिए, सही दिशा-निर्देशों का पालन करना महत्वपूर्ण है ताकि उपवास आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाए।
उपवास के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
1. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
उपवास के दौरान शरीर को हाइड्रेट रखना सबसे ज़रूरी है। पानी पीने से शरीर में जल की कमी नहीं होती, जो कि उपवास के दौरान एक सामान्य समस्या है। दिनभर में कम से कम 2 से 3 लीटर पानी पीना चाहिए। इससे आपका शरीर इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रख सकेगा, और आपको डिहाइड्रेशन जैसी समस्या नहीं होगी।
इसके अलावा, नारियल पानी, नींबू पानी, और हर्बल चाय जैसे तरल पदार्थों का भी सेवन कर सकते हैं। ये शरीर को हाइड्रेट रखने के साथ-साथ आवश्यक पोषक तत्व भी प्रदान करते हैं।
2. तला-भुना और ऑयली भोजन न करें
अक्सर लोग उपवास के दौरान तली-भुनी चीजें जैसे आलू के चिप्स, कुट्टू की पूरी या पकौड़े खाना पसंद करते हैं, लेकिन यह स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। ऑयली भोजन पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है और शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है। खासतौर पर, डायबिटीज, हृदय रोग या हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित लोगों को ऑयली चीजों से बचना चाहिए।
इसके बजाय फल, शकरकंद, दही, और पनीर जैसे पौष्टिक विकल्प चुनें। यह विकल्प न केवल आपके पेट को भरा रखेंगे, बल्कि आवश्यक पोषक तत्वों की भी पूर्ति करेंगे।
3. लंबे समय तक खाली पेट न रहें
कुछ लोग उपवास के दौरान लंबे समय तक कुछ नहीं खाते-पीते, जिससे पेट में एसिडिटी, सिरदर्द और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, अधिक समय तक खाली पेट रहने से शरीर की ऊर्जा खत्म होती जाती है, जिससे थकान और कमजोरी महसूस होती है।
हर 2-3 घंटे में कुछ न कुछ खाने का प्रयास करें। आप फल, मेवे, नारियल पानी, और हल्के स्नैक्स जैसे मखाने, मूंगफली का सेवन कर सकते हैं। इससे आपका पाचन तंत्र स्वस्थ रहेगा और आपको एनर्जी की कमी महसूस नहीं होगी।
4. प्रोटीन युक्त आहार का सेवन करें
यदि आप नौ दिनों तक उपवास रख रहे हैं, तो अपने भोजन में प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ शामिल करना बेहद जरूरी है। पनीर, दही, दूध, बादाम, और मूंगफली जैसे प्रोटीनयुक्त खाद्य पदार्थ न केवल आपको पर्याप्त ऊर्जा प्रदान करेंगे, बल्कि यह आपको लंबे समय तक भूख महसूस नहीं होने देंगे। इनका पाचन धीमा होता है, जिससे आपके शरीर को स्थायी ऊर्जा मिलती रहती है।
इनके साथ-साथ आप फल और सब्जियों को भी शामिल करें, जो शरीर को विटामिन और मिनरल्स प्रदान करेंगे। साबूदाना, कुट्टू, राजगीरा आदि भी अच्छे विकल्प हो सकते हैं, जो पाचन को आसान बनाते हैं और ऊर्जा प्रदान करते हैं।
5. नियमित रूप से आराम करें
उपवास के दौरान थकान होना सामान्य बात है। ऐसे में यह जरूरी है कि आप पर्याप्त नींद और आराम करें। पर्याप्त नींद लेने से आपका शरीर ताजगी महसूस करेगा और आपके मस्तिष्क को भी आराम मिलेगा। अगर आप व्यायाम करते हैं, तो हल्की-फुल्की कसरत जैसे योग या प्राणायाम को प्राथमिकता दें। इससे मानसिक शांति और शारीरिक स्फूर्ति बनी रहेगी।
किन्हें उपवास करने से बचना चाहिए?
विशेषज्ञों की राय है कि कुछ विशेष परिस्थितियों में उपवास से बचना चाहिए। डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, टीबी, कैंसर या अन्य गंभीर बीमारियों से पीड़ित लोगों को लंबे समय तक उपवास नहीं करना चाहिए। उनके शरीर को नियमित पोषण की आवश्यकता होती है, और उपवास उनके स्वास्थ्य को और बिगाड़ सकता है।
प्रेग्नेंट महिलाओं के लिए भी उपवास करना सुरक्षित नहीं होता, क्योंकि गर्भावस्था में शरीर को पर्याप्त पोषण और ऊर्जा की आवश्यकता होती है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बिना उपवास करने से जटिलताएं हो सकती हैं।
अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं और फिर भी उपवास करना चाहते हैं, तो पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें। एक या दो दिन का उपवास कुछ हद तक सही हो सकता है, लेकिन लंबी अवधि तक उपवास रखना खतरनाक साबित हो सकता है।
नवरात्रि का उपवास धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, लेकिन इसे सही तरीके से करना आवश्यक है ताकि आपके स्वास्थ्य पर इसका सकारात्मक प्रभाव पड़े। उपवास के दौरान पौष्टिक और संतुलित आहार का सेवन करें, पानी पर्याप्त मात्रा में पिएं, और तले-भुने भोजन से बचें। अगर आप स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं, तो उपवास करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।
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