शादी को जीवन का एक नया अध्याय कहा जाता है। यह वह समय होता है जब एक कपल एक ऐसी यात्रा शुरू करता है, जिसमें नए अनुभव, जिम्मेदारियां और रिश्ते होते हैं। खासकर लड़कियों के लिए यह बदलाव अधिक चुनौतीपूर्ण होता है, क्योंकि उन्हें अपना घर छोड़कर एक नए परिवार में जगह बनानी होती है। वहां उन्हें नई जिम्मेदारियों, नए रिश्तों और एक नई पहचान को अपनाना होता है। शादी के बाद, अधिकतर लड़कियां अपनी तरफ से हर कोशिश करती है उस रिश्ते को और खूबसूरत बनाने का... लेकिन कई बार कुछ ऐसी चीजें हो जाती हैं जिसका अंदाजा उन्हें होता हैं कि वो गलत हैं. ऐसे में आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनका ध्यान लड़कियों को शादी के बाद रखना चाहिए....
शादी के बाद लड़किया ना करें ये गलतियां:-
1. हर बात मायके में बताना
शादी के बाद ससुराल आपका नया घर बन जाता है। हालांकि, अपने मायके से जुड़ाव होना स्वाभाविक है, लेकिन ससुराल से जुड़ी हर छोटी-बड़ी बात मायके में साझा करना सही नहीं है। ऐसा करने से आपके सास-ससुर और पति के साथ आपके रिश्ते पर नकारात्मक असर पड़ सकता है। अपने ससुराल में सम्मान बनाए रखने के लिए यह जरूरी है कि आप एक संतुलन बनाएं। तय करें कि कौन-सी बातें मायके में बतानी हैं और कौन-सी नहीं। बेवजह हर बात साझा करने से रिश्तों में विश्वास की कमी हो सकती है।
2. पुरानी जीवनशैली को बनाए रखना
हर इंसान को अपनी आदतें और जीवनशैली प्रिय होती हैं, लेकिन शादी के बाद यह जरूरी हो जाता है कि आप अपनी पुरानी जीवनशैली में बदलाव करें। उदाहरण के लिए, अगर शादी से पहले आप ऑफिस के बाद दोस्तों के साथ रोजाना बाहर घूमने जाती थीं, तो इसे शादी के बाद उसी तरह बनाए रखना मुश्किल हो सकता है। आपको अपने पति और ससुरालवालों के साथ समय बिताने और उनकी प्राथमिकताओं को समझने की जरूरत होती है। इससे रिश्तों में सामंजस्य बना रहता है। इसका यह मतलब नहीं कि आप अपनी खुशियों से समझौता करें, बल्कि ऐसा तरीका अपनाएं जिससे दोनों पक्ष खुश रहें।
3. पर्सनल स्पेस की सीमा तय न करना
ससुराल में सामंजस्य बैठाना जरूरी है, लेकिन इसके साथ ही अपनी व्यक्तिगत सीमाओं को भी निर्धारित करना आवश्यक है। पर्सनल स्पेस में बार-बार दखलअंदाजी शुरू में आपको सहनीय लग सकती है, लेकिन समय के साथ यह असहजता और झुंझलाहट का कारण बन सकती है। शादी के बाद आपको यह स्पष्ट करना होगा कि आपकी सीमाएं क्या हैं और उन पर समझौता नहीं किया जा सकता। इसमें पति और परिवार के अन्य सदस्यों को शामिल करना महत्वपूर्ण है।
4. खुद को भूल जाना और अधिक निर्भर हो जाना
शादी के बाद एक आम गलती जो महिलाएं करती हैं, वह है खुद को भूल जाना। अपनी पहचान और पसंद-नापसंद को पूरी तरह छोड़ देना न केवल आत्मसम्मान के लिए हानिकारक है, बल्कि यह रिश्ते में असंतुलन भी पैदा कर सकता है। इसका मतलब यह है कि अपनी प्राथमिकताओं को भी महत्व दें। अपनी रुचियों, स्वास्थ्य, शौक और खुशी के लिए समय निकालें। पति पर पूरी तरह निर्भर होना भी गलत है। आत्मनिर्भर बनना और खुद के फैसले लेना आपकी पहचान को बनाए रखने में मदद करेगा।
5. यह भूल जाना कि पति किसी के बेटे भी हैं
यह सच है कि शादी के बाद पति आपकी जिंदगी का महत्वपूर्ण हिस्सा बन जाता है, लेकिन यह याद रखना जरूरी है कि वह किसी के बेटे भी हैं। अपने ससुरालवालों के प्रति उनकी जिम्मेदारियों को नजरअंदाज करना या उनसे यह उम्मीद करना कि वह केवल आपकी प्राथमिकताओं को महत्व दें, गलत हो सकता है। ससुरालवालों के साथ स्वस्थ और सम्मानजनक रिश्ते बनाए रखना जरूरी है। इससे न केवल परिवार में सामंजस्य बना रहेगा, बल्कि आपके पति भी आपसे अधिक जुड़ाव महसूस करेंगे।
6. शादी को केवल अपनी जिम्मेदारी मान लेना
शादी एक साझेदारी है, जिसमें दोनों पक्षों को बराबर जिम्मेदारी निभानी होती है। केवल खुद पर सारा बोझ लेना या हर चीज की परवाह करना, आपके लिए थकान और निराशा का कारण बन सकता है। इसलिए, अपनी भावनाओं और जरूरतों को अपने साथी से साझा करें। मिलजुलकर जिम्मेदारियां निभाएं और एक-दूसरे का सहयोग करें।
शादी के बाद लड़किया जरूर करें ये काम:-
1. खुद को समय देना
शादी के बाद महिलाएं अक्सर अपनी जिम्मेदारियों में उलझ जाती हैं। नए घर और रिश्तों को संभालने के चक्कर में वे खुद पर ध्यान नहीं दे पातीं। यह स्थिति धीरे-धीरे मानसिक और शारीरिक थकान का कारण बन सकती है।
क्या करें?
दिन का कम से कम 1 घंटा अपने लिए तय करें।
उस समय में कोई ऐसा काम करें, जो आपको खुशी और सुकून देता हो, जैसे किताबें पढ़ना, पेंटिंग करना, गार्डनिंग, या योग।
सेल्फ-केयर को प्राथमिकता दें, जैसे त्वचा और स्वास्थ्य की देखभाल।
2. दोस्तों से जुड़े रहना
शादी के बाद महिलाएं अपने पुराने दोस्तों और सर्कल से दूर हो जाती हैं। यह दूरी कई बार अकेलेपन का कारण बनती है।
क्या करें?
अपने दोस्तों से फोन पर बात करें और उनके साथ अपनी भावनाएं साझा करें।
कोशिश करें कि महीने में कम से कम एक बार दोस्तों के साथ मिलें।
सोशल मीडिया पर सक्रिय रहें, लेकिन वास्तविक बातचीत को प्राथमिकता दें।
3. माता-पिता से बातचीत करना
शादी के बाद कई लड़कियां अपने माता-पिता से कम बातचीत करने लगती हैं। हालांकि, माता-पिता से जुड़ाव भावनात्मक रूप से आपको मजबूत बनाता है।
क्या करें?
अपने माता-पिता से रोजाना बात करें।
अपने अनुभव और परेशानियां उनके साथ साझा करें।
उनसे सलाह लें, क्योंकि उनके अनुभव से आपको सही दिशा मिल सकती है।
4. मूवी देखने का समय निकालें
मनोरंजन हर किसी के लिए जरूरी है, लेकिन शादी के बाद महिलाएं अक्सर इसे अनदेखा कर देती हैं।
क्या करें?
सप्ताह में एक बार अपनी पसंदीदा मूवी या वेब सीरीज देखें।
अपने पति के साथ मूवी देखने की योजना बनाएं।
अगर संभव हो तो थिएटर में जाकर मूवी का आनंद लें।
5. पति के साथ समय बिताना
शादीशुदा जिंदगी में पति-पत्नी के बीच समय बिताना बेहद जरूरी है। यह न सिर्फ रिश्ते को मजबूत करता है, बल्कि आपसी समझ भी बढ़ाता है।
क्या करें?
रोजाना कुछ समय सिर्फ एक-दूसरे के लिए निकालें।
अपने दिनभर की बातें एक-दूसरे से साझा करें।
साथ में डिनर प्लान करें या छोटे-छोटे डेट नाइट्स का आयोजन करें।
एक साथ नई चीजें आजमाएं, जैसे कुकिंग, वर्कआउट, या यात्रा।
शादी के बाद महिलाओं को न सिर्फ अपने परिवार और रिश्तों पर ध्यान देना चाहिए, बल्कि खुद की खुशियों और इच्छाओं को भी प्राथमिकता देनी चाहिए। ये कुछ ऐसी बातें हैं जो आपको ये सुनिश्चित करने में मदद करेगी कि आपको किस तरह शादी के बाद सभी चीजों को मैनेज करना हैं.
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