स्कंद षष्ठी हर साल हिन्दू धर्म में बहुत ही उत्साह के साथ मनाई जाती है। यह दिन भगवान शिव और देवी पार्वती के छठे पुत्र भगवान स्कन्द (कार्तिकेय) की पूजा के लिए विशेष रूप से समर्पित होता है। कुछ क्षेत्रों में इस तिथि को "स्कन्द षष्ठी" के रूप में भी जाना जाता है। इस दिन को सूर्यदेव की उपासना का भी विशेष महत्व है। इस दिन सूर्य की पूजा करने से न केवल रोगों से मुक्ति मिलती है, बल्कि आरोग्य, सुख और समृद्धि की प्राप्ति भी होती है। 2024 में स्कंद षष्ठी की तिथि: इस बार स्कंद षष्ठी का पर्व 9 सितंबर 2024 को मनाया जाएगा। वही इस दिन कुछ चीजों के सेवन की मनाही है ऐसे में आइये आपको बताते है स्कंद षष्ठी के व्रत में क्या खाएं और क्या ना खाएं?
स्कंद षष्ठी के व्रत में आहार पर दिशानिर्देश
क्या खाएं:
फल: केला, सेब, अंगूर आदि सभी प्रकार के फल खा सकते हैं।
दूध और दही: दूध और दही का सेवन किया जा सकता है।
सूखा फल: बादाम, काजू, किशमिश जैसे सूखे मेवे खा सकते हैं।
कूटू का आटा: कूटू के आटे से बनी चीजें जैसे पूरी, पराठा आदि खा सकते हैं।
सेंवई: सेंवई को दूध या दही के साथ खा सकते हैं।
क्या न खाएं:
अनाज: चावल, गेहूं, मक्का आदि अनाज का सेवन नहीं करें।
मांस: मांस, मछली, अंडे आदि का सेवन न करें।
प्याज और लहसुन: प्याज और लहसुन का सेवन न करें।
तली हुई चीजें: समोसे, पकौड़े जैसी तली हुई चीजें न खाएं।
मिठाई: मिठाई का सेवन सीमित मात्रा में करें।
स्कंद षष्ठी के इस व्रत का पालन करके, भक्त भगवान कार्तिकेय की कृपा प्राप्त करते हैं और सभी प्रकार की समस्याओं से मुक्ति पाते हैं। इस दिन सही आहार का ध्यान रखना विशेष महत्व रखता है, ताकि व्रत की पूर्णता और फल की प्राप्ति सुनिश्चित हो सके।
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