नई दिल्ली: संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने घोषणा की है कि संसद का शीतकालीन सत्र 25 नवंबर से शुरू होकर 20 दिसंबर तक चलेगा। उन्होंने यह जानकारी अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर साझा की। सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण विधेयक पेश किए जाएंगे, और संविधान के लागू होने की 75वीं वर्षगांठ को भी भव्य रूप से मनाया जाएगा। यह विशेष कार्यक्रम संविधान सदन के सेंट्रल हॉल में आयोजित होगा, जो पुराने संसद भवन के नाम से जाना जाता है।
संविधान की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर संसद की संयुक्त बैठक आयोजित की जाएगी। सत्र में सरकार *वन नेशन, वन इलेक्शन* और *वक्फ संपत्ति विधेयक* जैसे अहम बिलों को पेश करने की योजना बना रही है। इन विधेयकों पर पहले ही विपक्षी दलों ने विरोध जताया है, जिससे सदन में हंगामे की संभावना बन रही है। *वक्फ संपत्ति बिल* को लेकर खासतौर पर नजर एनडीए के सहयोगी दलों टीडीपी और जदयू पर है। हाल ही में कुछ मुस्लिम संगठनों ने इन दलों को इस बिल का समर्थन न करने की चेतावनी दी थी। टीडीपी के एक नेता ने भी संकेत दिए हैं कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री इस बिल का समर्थन नहीं करेंगे। जदयू से भी इस बिल के खिलाफ आवाजें उठ रही हैं।
इसके अलावा, सत्र में विदेश मंत्री एस. जयशंकर भारत-चीन समझौतों पर संसद में बयान देंगे। वह पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच हुए हालिया सहमति समझौते के बारे में जानकारी देंगे, जिसके तहत 2020 की स्थिति को बहाल किया गया है।
छिंदवाड़ा: मंदिर में घुसकर मूर्तियां तोड़ने लगा तौफीक, यही नफरत करवाती है जुलूसों पर हमला?
बहस कर रहे थे दो चीनी नागरिक, भड़के पाकिस्तानी गार्ड ने दोनों को गोली मारी
'जब भी बंटे हैं, निर्ममता से कटे हैं', झारखंड में गरजे CM योगी