Facebook के स्वामित्व वाली मैसेजिंग सर्विस व्हाट्सएप की प्रस्तावित पेमेंट सर्विस WhatsApp Pay को नियामक की हरी झंडी मिल गई है। इसके अलावा कंपनी चरणबद्ध तरीके से इस सर्विस को देश में शुरू कर सकती है। वही व्हाट्सएप करीब दो साल से इस पेमेंट सेवा को पायलट आधार पर चला रही है। वही अंग्रेजी समाचार पत्र 'बिजनेस स्टैंडर्ड' की रिपोर्ट के अनुसार नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने गुरुवार को व्हाट्सएप को देश में भुगतान सेवा शुरू करने की मंजूरी दे दी। सूत्रों के अनुसार पहले चरण में व्हाट्सएप एक करोड़ यूजर्स के लिए यह सर्विस शुरू कर सकता है।
मिल चुकी है RBI की भी स्वीकृति
अब WhatsApp Pay को आरबीआई और NPCI दोनों की हरी झंडी मिल चुकी है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि व्हाट्सएप ने आरबीआई और एनपीसीआई को आश्वस्त किया है कि वह डेटा लोकलाइजेशन से जुड़े नियमों का पालन करेगी। वही सूत्रों ने कहा, ''अगर रेगुलेटरी शर्तों को पूरा करने में सफल रहता है तो मैसेजिंग एप पूरी तरह अपनी सेवा शुरू कर पा सकता है ।''यूजर बेस के कारण दबदबा वाली हिस्सेदारी की उम्मीदएक बार पूरी तरह से सर्विस शुरू करने के साथ इस बात की उम्मीद है कि भारत के पेमेंट मार्केट में उसकी हिस्सेदारी बहुत अधिक होगी। मार्क जुकरबर्ग की कंपनी भारत को अपना सबसे बड़ा मार्केट मानती है। कंपनी के देश में 40 करोड़ से ज्यादा यूजर हैं।
UPI के आधार पर WhatsApp Pay
WhatsApp’s का यूजर बेस बहुत ज्यादा है, इसलिए उसे चरणबद्ध तरीके से अपनी पेमेंट सर्विस को शुरू करने की अनुमति मिली है। WhatsApp Pay यूपीआई की तर्ज पर काम कर सकता है । यूपीआई सिस्टम में बैंक अकाउंट होल्डर अपने नेट बैंकिंग आईडी या पासवर्ड के बिना किसी और व्यक्ति के बैंक खाते में पैसे भेज सकते हैं। वर्तमान परिदृश्य में Google Pay भारत में सबसे ज्यादा इस्तेमाल में लाये जाने वाला यूपीआई एप में से एक है। Walmart का स्वामित्व वाला PhonePe, Paytm और NPCI द्वारा विकसित BHIM भी प्रमुख UPI Platform हैं।
Income Tax : नए नियमों से सेविंग की दशा पर दिख सकता है उल्टा असर
पेट्रोल, डीजल के दाम में एक माह में हुई 4 रूपये की गिरावट, इस वजह से घटी कीमत
क्या 2000 का नोट बंद करने की तैयारी में है मोदी सरकार ? बैंकों को दिया गया ये आदेश !