Feb 14 2018 04:43 PM
कोशिश बहुत की कि राज-ऐ-मोहब्बत बयाँ ना हो,
मुमकिन कहाँ था कि आग लगे और धुंआ ना हो.
रूह से रूहानी होने तक,
हरफ़ से कहानी होने तक.
साथ रहूंगी मैं हमदम तेरे,
खाक़ आसमानी होने तक.
हिंदी न्यूज़ - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml
इंग्लिश न्यूज़ - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml
फोटो - https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml
© 2024 News Track Live - ALL RIGHTS RESERVED