लखनऊ: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में जिस समय, रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह चल रहा था, ठीक उसी समय देश की राजधानी दिल्ली में 'बाबरी' के समर्थन में नारे लगे हैं। दिल्ली की जामिया-मिलिया यूनिवर्सिटी में छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की, इनके hathon में पोस्टर-बैनर थे और यह लोग अल्लाह हू अकबर और 'बाबरी' के समर्थन में नारे लगा रहे थे। यही नहीं यूनिवर्सिटी में भाजपा विरोधी नारे भी लगे।
सामने आए वीडियो में दिखाई दे रहा है कि कुछ सुरक्षाकर्मी इस प्रदर्शन को रोकने का प्रयास कर रहे हैं। सुरक्षाकर्मी प्रदर्शनकारियों को किसी प्रकार वहां से हटा रहे हैं, मगर प्रदर्शनकारी लगातार जोर जोर से चीख रहे हैं। इस वीडियो को देखने के बाद सोशल मीडिया पर लोग कई किस्म की प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। इन छात्रों ने 'RSS डाउन डाउन' और 'स्ट्राइक फॉर बाबरी' जैसे नारे यूनिवर्सिटी कैंपस में लगाए थे। इस प्रदर्शन को लेकर दिल्ली पुलिस ने बताया है कि, 'एक वायरल वीडियो से पता चला है कि दिल्ली स्थित जामिया-मिलाया यूनिवर्सिटी परिसर में कुछ लोग प्रदर्शन कर रहे हैं। इसकी सूचना मिलने के बाद प्रशासन ने वहां पहुंचकर इन सभी को हटा दिया। कोई ऐक्शन नहीं लिया गया है, क्योंकि यह प्रदर्शन यूनिवर्सिटी परिसर के भीतर हुआ है और पुलिस को कोई भी आधिकारिक शिकायत नहीं दी गई है।'
Jamia Millia Islamia University Delhi
— Shubhangi Pandit (@Babymishra_) January 23, 2024
- Babri Jinda
- Boycott Classes
- Strike on Strike on
Muslim students in Delhi Islamia University raised slogans in support of Babri Masjid and called for a big strike.
According to the media, police have been deployed there. pic.twitter.com/2P4UB2tRuc
बता दें कि 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला का भव्य अभिषेक कार्यक्रम हुआ। इस कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई VVIP शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम का कई स्थानों पर सीधा प्रसारण भी किया गया था। पूरा देश इस दिन राममय था और दीवाली जैसा जश्न मना रहा था और कई जगहों पर अलग-अलग तरह के कार्यक्रम आयोजित किए गए थे। वहीं, इसी दिन जामिया-मिलिया यूनिवर्सिटी में 'बाबरी' और अल्लाहु अकबर के नारे लगे हैं। जबकि सुप्रीम कोर्ट ने सालों तक सुनवाई करने के बाद ये फैसला दिया है कि वो जगह रामजन्मभूमि ही है और पहले वहां मंदिर था, जिसे तोड़कर मस्जिद बनाई गई और इसलिए उस जमीन पर मंदिर का अधिकार है। खुद बाबरी मस्जिद की खुदाई करने वाले पुरातत्वविद केके मुहम्मद भी कहते हैं कि, उन्हें खुदाई के दौरान मंदिर के कई स्तम्भ मिले थे, एक शिलालेख मिला था, जिसपर लिखा था कि ये मंदिर विष्णु के उस अवतार को समर्पित है, जिसने बाली और 10 सर वाले रावण का वध किया था।
गौर करने वाली बात ये भी है कि, ये वही लोग हैं, जो इजराइल पर फिलिस्तनी जमीन को कब्ज़ा करने का आरोप लगाकर हंगामा करते हैं, लेकिन वो खुद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी अयोध्या पर से कब्ज़ा नहीं छोड़ना चाहते और समाज में नफरत फ़ैलाने में लगे हुए हैं। यही लोग 370 का भी समर्थन करते हैं, जो कश्मीरी पंडितों के भागने का कारण बना, जिसके चलते कश्मीर में आतंकवाद पनपा और आतंकियों ने बेकसूरों की जमीनों पर कब्ज़ा कर लिया। इन्हे भारत से हज़ारों किलोमीटर दूर इजराइल का कब्ज़ा दिख जाता है, लेकिन भारत में आतंकियों ने कहाँ-कहाँ कब्ज़ा कर रखा है, उस बारे में ये मौन हो जाते हैं।
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