पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार के खिलाफ राजद विधायक सुधाकर सिंह की बयानबाजी और टेंशन देने वाली टिप्पणी पर जदयू पलटवार किया है। पार्टी के प्रदेश महासचिव के पश्चात् नीतीश कुमार ने स्वयं सुधाकर सिंह को हड़काया है। सीएम ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के सामने ही सुधाकर सिंह की टिप्पणी का करारा जवाब दिया।
जननायक कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि के अवसर पर कर्पूरी संग्रहालय में राजकीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के साथ कई मंत्री और विधान सभा स्पीकर इसमें सम्मिलित हुए। इसी के चलते पत्रकारों ने सुधाकर सिंह के बयानों को लेकर सीएम से सवाल किया। सुधाकर सिंह का नाम सुनते ही मुख्यमंत्री गर्म हो गए। तल्ख अंदाज में मुख्यमंत्री ने कहा कि काहे किसी का नोटिस ले रहे हैं। किसी को पता है कि हमारी सरकार किसानों के हित में कितना काम कर रही है। प्रदेश में कितना डेलवपमेंट हुआ है उसको कुछ पता है। कृषि रोड मैप से लेकर अन्य क्षेत्र में काम कितना हुआ है। कौन क्या बोलता है उससे यह पूछिए कि कितना काम हुआ है तथा कितना प्रोग्रेस हुआ है। मुख्यमंत्री ने दावा किया हर क्षेत्र में काफी वृद्धि हुई है।
नीतीश कुमार ने स्पष्ट कहा कि कौन क्या बोलता है इस पर ध्यान मत दीजिए एवं उनकी बात हमसे मत पूछिए। ऐसे लोग कभी जनता के नेता नहीं हो सकते। उन्होंने कहा कि जिसको जो बोलना है वह बोलता रहे। बेचारा मेरे खिलाफ बोलेगा तो पार्टी में उसका वैल्यू बढ़ेगा। तब वह नेता बनेगा। मगर, मेरे खिलाफ बोल कर वह जनता का नेता कभी नहीं बन पाएगा, केवल पार्टी का ही नेता बन बनेगा। ऐसे बयानों का कोई मतलब नहीं है। इससे पहले जदयू के प्रदेश महासचिव अरविंद कुमार सिंह उर्फ छोटू सिंह ने राजद MLA सुधाकर सिंह पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि सुधाकर सिंह को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर टिप्पणी करने के पहले अपनी हैसियत देखनी चाहिए। सीएम का जितना राजनीतिक अनुभव है, उसके पसंगा में भी सुधाकर सिंह का नहीं हैं।
'कभी आतंकवाद से ग्रसित था मेघालय, लेकिन आज..', विपक्षी दलों पर अमित शाह ने किया प्रहार
'बागेश्वर धाम में जिसकी आस्था हो वो जाएं, लेकिन', जेपी नड्डा का आया बड़ा बयान