राजकोट: गुजरात के राजकोट जिले से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। उपलेटा तहसील के भीमोरा गांव में एक महिला ने अपनी 9 महीने की बेटी को एसिड पिला कर स्वयं भी एसिड पी लिया। इससे महिला की उपचार के चलते मौत हो गई। जबकि, उपचार के बाद भी मासूम की जान नहीं बच पाई। बेकसूर मासूम की मौत ने सबको हिला कर रख दिया है।
जगाभाई मकवाना मूल रूप से जामजोधपुर तालुका के सिंगपुर गांव का रहने वाला था। बीते 7 वर्षों से उपलेटा तालुका के भिमोरा गांव में रहता है। उसने कहा, मैं मजदूरी करता हूं। 2 वर्ष पूर्व हमारी जाति रीति-रिवाजों के अनुसार मघरवाड़ा गांव में रहने वाले धनाभाई नारणभाई जापडा की बेटी मनीषा से हुई थी। मेरी बेटी धार्मी 9 महीने की थी। मैं अपनी मां मुरीबेन एवं अपने छोटे भाई जीवाभाई के साथ खेत में था'। उसने बताया कि दोपहर 3 बजे पत्नी मनीषा ने मुझे फोन किया तथा बताया कि एसिड पी लिया है। हम घर पहुंचे और देखा कि कमरे में मेरी बेटी धार्मी उल्टी कर रही थी। पत्नी बेड पर तड़प रही थी तथा वो भी उल्टी कर रही थी। मैंने उससे घटना के बारे में पूछा तो वो कुछ बोल नहीं पाई।
तत्पश्चात, मैंने अपने चाचा को फोन किया और खबर दी। उनसे गाड़ी लाने के लिए कहा। हालांकि, उपचार के चलते पत्नी की मौत हो गई'। आगे जगाभाई ने बताया कि बेटी को बड़े भाई रामभाई उपचार के लिए राजकोट सरकारी चिकित्सालय ले गए। उपचार के चलते उसकी भी मौत हो गई। पत्नी मनीषा के खिलाफ 28 तारीख को हत्या के प्रयास के मामले में शिकायत दर्ज कराई थी। कहा जा रहा है कि पति-पत्नी के बीच आए दिन झगड़ा होता था। पुलिस मामले की तहकीकात कर रही है।
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