सनातन धर्म में एकादशी का बहुत ज्यादा महत्व होता है। प्रत्येक माह में दो बार एकादशी पड़ती है। एक कृष्ण पक्ष में एवं एक शुक्ल पक्ष में। फाल्गुन माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को विजया एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन विधि- विधान से प्रभु श्री विष्णु की पूजा- अर्चना की जाती है। आइए आपको बताते हैं विजया एकादशी की शुभ मुहूर्त...
एकादशी तिथि प्रारम्भ - मार्च 06, 2024 को 06:30 am बजे
एकादशी तिथि समाप्त - मार्च 07, 2024 को 04:13 am बजे
7 मार्च को एकादशी व्रत पारण करने का समय- 01:49 pm से 04:11 pm
7 मार्च को हरि वासर समाप्त होने का समय - 09:30 am
8 मार्च को एकादशी व्रत पारण करने का समय- 06:42 am से 09:04 am
8 मार्च को द्वादशी सूर्योदय से पहले समाप्त हो जाएगी।
कभी कभी एकादशी व्रत निरंतर 2 दिनों के लिए हो जाता है। जब एकादशी व्रत दो दिन होता है तब स्मार्त-परिवारजनों को पहले दिन एकादशी व्रत करना चाहिए। दूसरे दिन वाली एकादशी को दूजी एकादशी बोलते हैं। संतों और मोक्ष प्राप्ति के इच्छुक भक्तों को दूजी एकादशी के दिन व्रत करना चाहिए। जब-जब एकादशी व्रत दो दिन होता है तब-तब दूजी एकादशी और वैष्णव एकादशी एक ही दिन होती हैं।
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