चैत्र माह के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि के दिन यमुना छठ का मनाया जाता है, यह त्योहार मथुरा एवं वृंदावन और गुजरात में बहुत ही भव्य तरीके से मनाए जाने की प्रथा है. इस वर्ष यमुना छठ 14 अप्रैल 2024 को मनाई जाएगी. इसे चैती छठ के नाम से भी जाना जाता है. पौराणिक कथाओं में देवी यमुना को प्रभु श्री कृष्ण की पत्नी माना गया है. यही वजह हैं कि यमुना मुख्य रूप से ब्रजवासियों में पूजनीय हैं.
यमुना छठ 2024 मुहूर्त:-
चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की षष्ठी तिथि 13 अप्रैल 2024 को दोपहर 12 बजकर 04 मिनट पर आरम्भ होगी इसकी समाप्ति 14 अप्रैल 2024 को प्रातः 11 बजकर 43 मिनट पर होगी. इस दिन सूर्योदय से पूर्व यमुना नदी में स्नान कर पूजा, पाठ करने का विधान है.
स्नान-दान समय - सुबह 04.47 - सुबह 05.12
रवि योग - सुबह 05.56 - प्रात: 01.35, 15 अप्रैल
त्रिपुष्कर योग - प्रात: 01.35 - सुबह 05.55, 15 अप्रैल
यमुना छठ पूजा विधि:-
यमुना छठ के दिन प्रातः यमुना नदी या फिर यमुना के जल से स्नान करें.
इस दिन, लोग इस पवित्र नदी के तट पर छठ पूजा करते हैं तथा खुशी और समृद्धि के लिए प्रार्थना करते हैं.
इस दिन प्रभु श्रीकृष्ण की भी विधि-विधान से पूजा करें. यमुना अष्टक का पाठ करना चाहिए. देवी यमुना को भोग लगाएं तथा नदी किनार तट पर ही जरुरतमंदों का दान दें. या ब्राह्मणों को भोजन खिलाएं.
मां दुर्गा के नाम पर रखें अपने लाड़ली का नाम