संसार के दो अटल सत्य है जीवन और मृत्यु, जिसने इस संसार में जन्म लिया है उसे एक दिन मृत्यु अवश्य प्राप्त होती है. व्यक्ति चाहे जितने भी प्रयत्न कर ले उसे एक दिन ये माया रुपी संसार छोड़कर जाना ही पड़ता है. मृत्यु संसार का अटल सत्य है जिसे स्वयं भगवान भी नहीं बदल सकते. लेकिन क्या आप जानते है कि व्यक्ति की शवयात्रा भी आपको मनोवांछित फल प्रदान कर सकती है. किन्तु इसके लिए आपको कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा. चलिए आपको बताते है इन बातों के बारे में जो आपकी इच्छा पूरी कर सकती है.
हमेशा शवयात्रा को करें प्रणाम
यदि आप कही जा रहें हो और आपके सामने से कोई शवयात्रा निकलती है तो आपको रूककर उसे प्रणाम करना चाहिए और शिव- शिव का उच्चारण करना चाहिए. शास्त्रों में इसका उल्लेख किया गया है कि जो भी मृत आत्मा अपना शरीर त्याग कर जाती है वह अपने साथ उस व्यक्ति के जो उसे प्रणाम करता है के दुखों, कष्टों एवं उसके अशुभ लक्षणों को भी अपने साथ ले जाती है.
हमें शवयात्रा को देखकर शिव शिव का उच्चारण इसलिए करना चाहिए क्योकि शास्त्रों केअनुसार शिव का अर्थ मुक्ति से होता है. और ऐसा बोलने पर उस मृत आत्मा को शांति मिलती है जिससे आपको लाभ मिलता है.
मृत आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना
यदि आपको रास्ते में भी कोई शवयात्रा दिखाई दे तो आपको दो मिनिट रूककर ईश्वर से उस मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करना चाहिए. ऐसा करना उस मृत आत्मा को शांति प्रादान करता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भी शवयात्रा को शुभ माना गया है और हमारा धार्मिक द्रष्टिकोण भी इसे शुभ मानता है. इसलिए जो शवयात्रा के दर्शन करता है उसके सभी कार्य पूर्ण होते है.
यज्ञ का पुण्य मिलता है
हमारे पुराणों में बताया गया है कि यदि कोई व्यक्ति किसी ब्राह्मण के शव को उठाता है तो उस व्यक्ति को उसके एक कदम पर एक यज्ञ पुण्य का फल मिलता है. और उस व्यक्ति के केवल पानी में एक डुबकी लगाने से सारे पापों का अन्त हो जाता है. किन्तु कोई अन्य ब्राम्हण अपने लाभ या स्वार्थ के लिए किसी ब्राम्हण की अर्थी को कन्धा देता है तो उसे अगले दस दिनों तक अशुद्ध माना जाता है. उससे उन दिनों में किसी भी प्रकार का धार्मिक कार्य नहीं कराना चाहिए. तो अब से जब भी आप किसी शव यात्रा को देखें ये सब जरूर करें.
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