जयपुर: पीएम नरेंद्र मोदी आज गुरुवार (27 जुलाई) को राजस्थान पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने राजस्थान में कई विकास योजनाओं का शिलान्यास किया। वहीं, सीकर में पीएम मोदी ने एक विशाल जनसभा को भी संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने लाल डायरी के जरिए राज्य के सीएम अशोक गहलोत पर हमला बोला। पीएम मोदी ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बीते कुछ दिनों से बीमार चल रहे हैं। उनके पैंरों में कुछ समस्या है, आज इस कार्यक्रम में आने वाले थे, मगर उस समस्या के चलते नहीं आ पाए हैं। मैं उनके उत्तम स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करता हूं।
विपक्ष को आड़े हाथों लेते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यहां का जनसैलाब बता है कि आने वाले चुनाव में ऊंट किस करवट बैठेगा। अब राजस्थान की करवट भी बदलेगी और मेरी गारंटी है राजस्थान की किस्मत भी बदलेगी। उन्होंने कहा कि, आज राजस्थान में चारों ओर एक ही गूंज है, जीतेगा कमल, खिलेगा कमल। पीएम मोदी ने राज्य की सियासत में भूचाल लाने वाली लाल डायरी को लेकर तंज कसते हुए कहा कि इस 'लाल डायरी' का नाम सुनते ही कांग्रेस के बड़े बड़े नेताओं की बोलती बंद हो रही है। ये लोग भले ही अपने मुंह पर ताला लगा लें, मगर ये लाल डायरी इस चुनाव में कांग्रेस का डिब्बा गोल करने वाली है।
पीएम मोदी ने तंज कसते हुए कहा कि, 'कांग्रेस ने राजस्थान में सरकार चलाने के नाम पर केवल लूट की दुकान चलाई है और झूठ का बाजार चलाया है। झूठ की दुकान का सबसे ताजा प्रोजेक्ट है, राजस्थान की लाल डायरी। पीएम मोदी ने कहा कि कहते हैं इस लाल डायरी में कांग्रेस सरकार के तमाम काले कारनामे दर्ज हैं। लोग कह रहे हैं कि जब डायरी के पन्ने खुलेंगे, तो अच्छे-अच्छे निपट जाएंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों ने एक नया पैतरा चला है, ये पैतरा है- नाम बदलने का। पहले के समय में जब कोई पीढ़ी या कंपनी बदनाम हो जाती थी, तो फ़ौरन नया बोर्ड लगाकर लोगों को गुमराह कर अपना धंधा पानी चलाने का प्रयास करती थी। कांग्रेस भी वहीं कर रही है। लोगों को UPA के कुकर्म याद न आएं, इसलिए उसे बदलकर I।N।D।I।A रख दिया है।
क्या है 'लाल डायरी' का रहस्य ?
बता दें कि, इस डायरी को कांग्रेस नेता और गहलोत सरकार में मंत्री रहे राजेंद्र गुढ़ा सामने लेकर आए हैं। गुढ़ा बताते हैं कि, 2020 में जिस समय पायलट की बगावत के कारण कांग्रेस की सियासत में बवाल मचा हुआ था, तब सीएम अशोक गहलोत के करीबी धर्मेंद्र राठौड़ के यहां आयकर की रेड पड़ी थी। उस वक़्त धर्मेंद्र राठौड़ सिविल लाइन के सोमदत्त अपार्टमेंट में मौजूद थे। दरअसल, धर्मेंद्र डायरियों में अपनी दिनचर्या की बातें लिखते लिखते हैं। गुढ़ा बताते हैं कि धर्मेंद्र राठौड़ ने पहले पुलिस से सहायता मांगी कि किसी प्रकार से उनकी डायरियों को यहां से निकाला जाए, लेकिन पुलिस ने ज्यादा मदद नहीं की।
तब मुख्यमंत्री आशिक गहलोत के ही निर्देश पर राजेंद्र गुढ़ा ही फ़िल्मी स्टाइल में राठौर के घर में घुसकर 'लाल डायरी' सुरक्षित निकाल लाए थे। गुढ़ा का कहना है कि उन्होंने डायरी मुख्यमंत्री के निर्देश पर ही निकाली थी, और उन्हें तो डायरी को जला डालने की भी सलाह दी गई थी। कांग्रेस नेता राजेंद्र गुढ़ा का कहना है कि 'लाल डायरी' में कांग्रेस सरकार द्वारा अपने बचाव के लिए उठाए गए हर उस कदम का ब्यौरा दर्ज है, जिन्हें गुढ़ा ने 'काले कारनामे' बताया है। उनका कहना है, राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस को जिताने और सचिन पायलट के विद्रोह के वक़्त सरकार को बचाने के लिए किसे क्या भुगतान किया गया, ये सब इस डायरी में दर्ज है। हालाँकि, विवाद बढ़ने के बाद कांग्रेस सरकार और सीएम गहलोत इस लाल डायरी से अपना पल्ला झड़ने लगे हैं।