शेखपुरा: बिहार के शेखपुरा जिले से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आ रही है यहाँ एक स्कूल में प्रधानाध्यापक को छात्राओं को हिजाब की जगह स्कूल ड्रेस में आने को बोलना भारी पड़ गया। उनकी इस बात से नाराज मुस्लिम समुदाय के लोगों ने हिजाब न पहनने देने पर स्कूल में ही ताला लटकाने की धमकी दी। प्रिंसिपल को भी हत्या की धमकी दे डाली। प्रिंसिपल सत्येंद्र चौधरी ने इस स्कूल की कुछ छात्राओं को हिजाब पहनकर आने से इंकार किया था। उनकी इस बात पर जमकर बवाल खड़ा हो गया। आक्रोशित मुस्लिम समुदाय के लोग 29 नवंबर 2023 को विद्यालय में घुस आए। उन्होंने प्रिंसिपल चौधरी को जान से मारने की धमकी देने के साथ ही स्कूल बंद करने की चेतावनी दी।
वही इस पूरी घटना को लेकर प्रिंसिपल चौधरी ने बताया कि जब-जब छात्राओं को विद्यालय में बुर्का एवं हिजाब की जगह स्कूल ड्रेस पहनकर आने के लिए कहा जाता है, तब-तब मुस्लिम अभिभावक आकर धमकी देते हैं। प्राप्त एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रिंसिपल सत्येंद्र कुमार चौधरी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी तथा जिला पदाधिकारी को अलग-अलग पत्र लिखकर सुरक्षा की माँग की है। शेखपुरा जिले के शेखोपुरसराय पंचायत के उत्क्रमित मध्य विद्यालय चरुआवां से जुड़े इस मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) ओम प्रकाश सिंह ने बताया कि यह बेहद गंभीर मामला है तथा विद्यालय में नियमों के अनुसार, ड्रेस पहनकर आना आवश्यक है। उन्होंने आगे कहा कि इस घटना के बारे में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को जाँच करके रिपोर्ट देने का निर्देश दिया गया है।
वही इस मामले पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ओम प्रकाश सिंह ने मीडिया से चर्चा के दौरान बताया कि इस मामले की जाँच को लेकर ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रमेश प्रसाद को स्कूल में दोनों पक्षों के साथ बैठक के लिए भेजा गया है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि प्रिंसिपल सत्येंद्र कुमार का पत्र मिला है, उनकी सुरक्षा को लेकर प्रशासन से भी बात करेंगे। इसे लेकर शिक्षक संघ ने भी प्रिंसिपल के जानमाल की सुरक्षा और सरकारी स्कूलों में सरकारी व्यवस्था को सख्ती से लागू करने की माँग की है। जिस स्कूल में ये घटना हुई है, वो जिला मुख्यालय से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर है।
वही इस विद्यालय में मुस्लिम छात्र-छात्राओं की अच्छी खासी तादाद है। सरकारी योजना के तहत सभी को स्कूली ड्रेस के लिए पैसे प्राप्त होते हैं। प्रिंसिपल सत्येंद्र कुमार चौधरी के आरोप के मुताबिक, मुस्लिम छात्राएँ स्कूल ड्रेस की जगह हिजाब और बुर्का पहन स्कूल पहुँचती हैं। गाँव के मुस्लिमों ने इसे अपने मजहब और दीन से जुड़ा मामला बताते हुए स्कूल के प्रिंसिपल एवं अध्यापकों पर इसे आवश्यकता से अधिक तूल देने का आरोप जड़ा है। गाँव के पूर्व मुखिया और ग्रामीण मोहम्मद असलम ने विवाद बढ़ने के हालात में विद्यालय में ताला लगाने की चेतावनी दी है। मोहम्मद असलम का कहना है कि उनके बच्चे क्या पहनेंगे, यह तय करने वाला प्रिंसिपल कौन होता है? उसके मुताबिक, इस मामले को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी से मुलाकात कर सारी स्थिति स्पष्ट कर दी गई है। उसने बताया कि वो जिला शिक्षा पदाधिकारी से यह भी कह चुका है कि हिजाब ततः बुर्का मुस्लिमों का व्यक्तिगत मामला है, इससे छेड़छाड़ न की जाए और न ही विवाद को गैरजरूरी तूल दिया जाए।
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