बॉलीवुड फिल्मों के जाने माने मशहूर अभिनेता रणवीर सिंह आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। 2010 की फिल्म बैंड बाजा बारात से फिल्मों में आए रणवीर सिंह अपने एनर्जेटिक अंदाज के लिए अलग पहचान रखते हैं। इंडस्ट्री के नामी लोगों से गहरी रिश्तेदारी होने के बाद भी रणवीर ने इंडस्ट्री में जगह बनाने के लिए कई महीनों का संघर्ष झेला। कभी इन्हें कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा, तो कभी प्रोड्यूसर ने इन्हें भगाने के लिए एक कुत्ता पीछे छोड़ा। आज यही रणवीर इंडस्ट्री के हाईएस्ट पेड एक्टर्स की लिस्ट में सम्मिलित हैं।
रणवीर हमेशा से हीरो बनना चाहते थे, मगर एक वक़्त ऐसा भी आया जब उन्हें ये लगा कि फिल्मों में आना उनकी बस की बात नहीं है। ऐसे में उन्होंने क्रिएटिव राइटिंग की ओर रुख कर लिया। रणवीर ने UK में इंडियाना यूनिवर्सिटी ब्लूमिंगटन से BA डिग्री हासिल की। इसी वक़्त उन्होंने अभिनय सीखने के लिए थिएटर में भी हाथ आजमाया। 2007 में जब रणवीर पढ़ाई पूरी करने के बाद मुंबई लौटे तो उन्होंने बतौर एडवर्टाइजमेंट राइटर बनकर O&M एजेंसी के साथ काम किया। उन्हें इस वक़्त असिस्टेंट डायरेक्टर बनने का अवसर प्राप्त हुआ, मगर हीरो बनने के लिए उन्होंने ये काम छोड़ दिया।रणवीर सिंह फिल्मों में काम पाने के लिए अपनी फोटोज और वीडियोज डायरेक्टर्स को भेजा करते थे, मगर उन्हें केवल मामूली रोल्स ही मिल पाते थे। एक बार रणवीर एक प्रोड्यूसर की प्राइवेट पार्टी में सम्मिलित हुए थे, जो हर न्यूकमर बड़े प्रोड्यूसर की नजर में आने के लिए करता है। उस पार्टी में उनकी मुलाकात एक बड़े प्रोड्यूसर से हुई। उस प्रोड्यूसर ने रणवीर को भगाने के लिए उनके पीछे अपना खतरनाक कुत्ता छोड़ दिया था। इस घटना से रणवीर को बेहद ठेस पहुंची थी। ये किस्सा स्वयं सफलता मिलने के बाद रणवीर ने एक इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के चलते सुनाया था। संघर्ष के दिनों में रणवीर की मुलाकात एक ऐसे व्यक्ति से हुई, जो उन्हें फिल्मों में कास्ट करने के बहाने एक अजीबो-गरीब जगह ले गया। उस व्यक्ति ने रणवीर को गलत इशारे देते हुए पूछा था कि वो हार्ड वर्क में भरोसा करते हैं या स्मार्ट वर्क में। जब जवाब में रणवीर ने बोला कि मैं स्मार्ट वर्क में भरोसा रखता हूं, तो उस व्यक्ति ने कहा था- डार्लिंग, स्मार्ट और सेक्सी बनो। उस व्यक्ति के गलत इरादे समझते हुए रणवीर वहां से निकल आए।
वही एक दिन रणवीर सिंह को पता चला कि आदित्य चोपड़ा अपनी अगली फिल्म बैंड बाजा बारात के लिए कुछ नए चेहरों की तलाश में हैं। जब फिल्म के ऑडिशन आरम्भ हुए तो रणवीर भी किस्मत आजमाने पहुंच गए। रणवीर उस ऑडिशन में हेडफोन लगाए, गाना गुनगुनाते हुए स्वैग में पहुंचे थे, हालांकि वो अंदर से बहुत नर्वस थे। उस फिल्म के कास्टिंग डायरेक्टर शानू शर्मा थे। जब पहली बार शानू ने रणवीर की फोटो निर्देशक आदित्य चोपड़ा को दिखाई तो उन्हें वो हैंडसम और अट्रैक्टिव नहीं लगे। फिर भी शानू के बोलने पर आदित्य उनका ऑडिशन लेने के लिए राजी हो गए। रणवीर सिंह घबराए हुए अपनी बारी आने की प्रतीक्षा कर रहे थे कि तभी अचानक शानू शर्मा की असिस्टेंट ने आकर उनका हौसला बढ़ाया। वो असिस्टेंट कोई और नहीं बल्कि भूमि पेडनेकर थीं। उस वक़्त यशराज प्रोडक्शन की कास्टिंग असिस्टेंट भूमि ने न केवल उन्हें सहज महसूस करवाया, बल्कि उनके साथ लाइन्स की रिहर्सल भी की, जिससे उनमें आत्मविश्वास आ सका। जब रणवीर ने ऑडिशन दिया तो मौके पर उपस्थित हर कोई उनसे इंप्रेस हो गया। रणवीर सिंह की पहली फिल्म बैंड बाजा बारात 2010 में दिखाई दी, जिसमें उन्होंने दिल्ली के मनचले लड़के बिट्टू शर्मा का किरदार निभाया था। इस किरदार की तैयारी करने के लिए रणवीर ने कई दिन दिल्ली यूनिवर्सिटी के कैंपस में गुजारे थे। ये फिल्म एवरेज हिट रही, मगर इसमें रणवीर और उनका अभिनय काफी पसंद किया गया।
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