नई दिल्ली: कोरोना संकट के बीच भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने शुक्रवार को कहा है कि बंगाल की खाड़ी तथा उससे सटे ओडिशा एवं पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्रों में कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। इससे पूर्वी भारत तथा मध्य भारत के ज्यादातर भागों में कहीं-कहीं भारी तो कहीं बेहद भारी वर्षा देखने को मिल सकती है। IMD ने बताया है कि अगले 24 घंटों के चलते कम दबाव के क्षेत्र के पूरे ओडिशा तथा पश्चिम-उत्तर-पूर्व की तरफ बढ़ने की संभावना है।
वही इस बीच अगले 24 घंटे के चलते गुजरात, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ तथा ओडिशा, पूरे पश्चिम बंगाल, झारखंड और बिहार के कुछ भागों के साथ ही पूर्वी उत्तर प्रदेश बंगाल की खाड़ी के अन्य हिसों में दक्षिण पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए हालात अनुकूल हैं। पश्चिमी तट के साथ हवाओं की तेजी के चलते 11 से 15 जून के चलते महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों में भारी वर्षा होने की संभावना है। 12 से 15 जून के बीच तटीय कर्नाटक में वर्षा हो सकती है।
12 से 15 जून 2021 के चलते कोंकण में भी अत्यधिक भारी बारिश होने की संभावना है। मौसम पूर्वानुमान एजेंसी ने आगे बताया कि कम दबाव वाले इलाके के पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने के चलते उत्तर-पश्चिम भारत (राजस्थान को छोड़कर) में 12 से 14 जून के चलते भारी से अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है। 12 जून को उत्तराखंड तथा यूपी में भी भारी वर्षा होने की संभावना है। मानसून के आरम्भ से पहले, अगले 24 घंटों के चलते मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बंगाल, झारखंड तथा बिहार में निरंतर बादल छाए रहने तथा बिजली और गरज के साथ बौछार पड़ने की संभावना भी व्यक्त की गई है। आज उत्तर पश्चिमी राजस्थान के भिन्न-भिन्न भागों में लू चलने की संभावना है।
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