जिस प्रकार से हिंदुस्तान में मोदी सरकार ने अपने पूर्व के लोकसभा चुनावों में जनता को अपने वादे के तहत कहा था कि काला धन देश में वापस लाएंगे और हर व्यक्ति के बैंक खाते 15 लाख रुपए पहुंचाएंगे. इस पर सोशल मीडिया साइट्स फेसबुक पर भारतीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लिखा था कि “अधिकांश काला धन अब भी भारत में ही जमा है. इसलिए हमें राष्ट्रीय दृष्टिकोण में बदलाव लाने की ज़रूरत है. अपने पिछले बजट के दौरान अरुण जेटली ने काला धन पर एक कड़ा कानून भी लाने की बात कही थी.
इसमें भारत अभी तक सिर्फ 4164 करोड़ रूपये की ही भारतीय संपंत्तियो का पता लगा पाया है. तथा मात्र 644 लोगो ने जिनमे भी अधिकांश आईटी प्रोफेशनल्स, डॉक्टर्स व छोटे बिजनेसमैन सम्मिलत है. उन्होंने अपनी संपत्ति की जानकारी दी है. तथा भारत सरकार से अभी बढ़ी मछलियाँ इस रडार से बाहर है.
विदेशी संपत्तियों पर टैक्स व पेनल्टी के द्वारा भारत सरकार को राजस्व हासिल हो सका है. इसके हिसाब से देखा जाए तो हर भारतीय के हिस्से में मात्र 20 रूपये ही आते है. जो की सरकार के द्वारा किये गए वादे से बहुत ही कम है.