शादी केवल दो व्यक्तियों का मिलन नहीं, बल्कि दो परिवारों का संगम भी होती है। हिंदू धर्म में विवाह को अत्यंत पवित्र मानते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि दुनिया की पहली शादी कब और किसकी हुई थी? भारत में एक मंदिर है, जो दुनिया की पहली शादी का गवाह माना जाता है।
पहली शादी का इतिहास
दक्षेश्वर महादेव मंदिर के मुख्य पुजारी, महंत दिगंबर स्वामी विश्वेश्वर पुरी महाराज के अनुसार, दुनिया की पहली शादी भगवान शिव और माता पार्वती की थी। प्राचीन मान्यता के अनुसार, सृष्टि की शुरुआत में भगवान शिव और माता सती की शादी हुई थी, जिसे शिव विवाह रात्रि या शिवरात्रि के नाम से जाना जाता है।
स्थान
उत्तराखंड के हरिद्वार में स्थित दक्षेश्वर महादेव मंदिर को सृष्टि का पहला विवाह स्थल माना जाता है। कनखल नामक क्षेत्र में स्थित यह मंदिर सती की जन्मस्थली और भगवान शिव की कर्मस्थली भी है। मंदिर का शिवलिंग स्वयंभू है और इसका प्रभाव 1000 किलोमीटर तक फैला हुआ है। यह क्षेत्र तीर्थ नगरी के रूप में प्रसिद्ध है।
सावन में शिवजी की पूजा
कनखल में भगवान शिव ने राजा दक्ष को वरदान दिया था कि वे यहां अपने कटे हुए धड़ के रूप में विराजमान रहेंगे। सावन के महीने में, भगवान शिव यहाँ निवास करते हैं, जो माता सती की कमी को पूरा करता है। इस समय, श्रद्धालु विशेष रूप से शिवजी की पूजा करने आते हैं।
जलाभिषेक की महत्ता
भगवान शिव के मस्तक पर चंद्रमा और गंगा को धारण करने के कारण, सोमवार के दिन गंगाजल से उनका जलाभिषेक करना विशेष महत्व रखता है। इस मंदिर में भक्त दूर-दूर से आकर भगवान शिव का जलाभिषेक करते हैं।
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