गोरखपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज यानी शुक्रवार (7 जुलाई) को छत्तीसगढ़ का दौरा करने के बाद उत्तर प्रदेश के गोरखपुर पहुंचे हैं। गोरखपुर में 2 बजे उतरने के बाद पीएम मोदी गीता प्रेस के दफ्तर पहुंचे। प्रधानमंत्री मोदी ने गीता प्रेस में शिव पुराण का विमोचन किया गया। इस ग्रंथ को नेपाली भाषा में अनुवाद किया गया है, जिसका पीएम मोदी ने लोकार्पण किया है।
गोरखपुर स्थित गीता प्रेस के शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम को संबोधित कर रहा हूं। @GitaPress https://t.co/p8MIQyzatt
— Narendra Modi (@narendramodi) July 7, 2023
इस दौरान प्रधानमंत्री ने गीता प्रेस के शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि, गीता प्रेस दुनिया का ऐसा इकलौता प्रिंटिंग प्रेस है, जो केवल संस्था नहीं, बल्कि जीवंत आस्था है। गीता प्रेस का दफ्तर करोड़ों-करोड़ लोगों के लिए किसी मंदिर से कम नहीं है। इसके नाम और काम में भी गीता है। जहां गीता है वहां साक्षात् कृष्ण भी है। जहाँ कृष्ण हैं, वहां करुणा भी है, कर्म भी है। विज्ञान का बोध भी है। क्यों कि गीता का वाक्य है वासुदेव: सर्वम, सबकुछ वासुदेव मय है। सबकुछ वासुदेव से ही है। सबकुछ वासुदेव में ही है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि, 1923 में गीता प्रेस के रूप में देश में आध्यामिक ज्योति प्रज्जवलित हुई। इस ऐतिहासिक अवसर पर ही हमारी सरकार ने गीता प्रेस को गांधी शांति पुरस्कार भी प्रदान किया है। गांधी जी का गीता प्रेस से भावनात्मक लगाव था। एक समय में गांधी जी कल्याण पत्रिका के जरिए गीता प्रेस के लिए लिखा करते थे। मुझे बताया गया कि गांधी जी ने ही यह सुझाव दिया था कि कल्याण पत्रिका में विज्ञापन न छापे जाएं।