भोपाल: मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज ने सोमवार को मीडिया से चर्चा में कहा कि राहुल गांधी ने अपनी एक और विफल यात्रा का समापन किया। राहुल ने दो यात्राएं की तथा वह दो यात्राएं भारत जोड़ो, कांग्रेस तोड़ो, कांग्रेस छोड़ो यात्रा सिद्ध हुई। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उनकी यात्रा जहां से गुजरी वहां से कांग्रेस ही गुजर गई। न्याय यात्रा ने भी कांग्रेस के साथ अन्याय ही किया। जहां से वो गुजरे वहां कांग्रेस या तो हारी या शीर्ष नेताओं ने कांग्रेस छोड़ी। शिवराज ने कहा कि मैं राहुल जी और खड़गे जी से आज कुछ सवाल पूछ रहा हूं तथा उनके जवाब चाहता हूं। देश जानना चाहता है वो जवाब दें!
शिवराज ने राहुल गांधी एवं मल्लिकार्जुन खरगे से पूछा कि जब अयोध्या में प्रभु श्री राम के दिव्य और भव्य मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा हुई थी तब संपूर्ण देश आनंद, उत्सव एवं भक्ति से सरोवार था। निमंत्रण उन्हें भी प्राप्त हुआ था, कि वो हिन्दू धर्म के सबसे बड़े पर्व में सम्मिलित हों उन्होंने इस कार्यक्रम में सम्मिलित नहीं होने का निर्णय क्यों किया? निमंत्रण ठुकरा दिया। मैं यह मानता हूं, कांग्रेस की इस ऐतिहासिक भूल के लिए जवाब देना चाहिए। पश्चिम बंगाल का संदेशखाली में बहन एवं बेटियों के साथ जो अमानसिक मध्ययुगीन अत्याचार एवं अन्याय, घिनौने कृत्य हुआ। बहनें सड़कों पर उतरी, मगर कांग्रेस की ओर से उनके समर्थन में एक भी बयान नहीं आया। क्या यह आपकी तुष्टिकरण की नीति नहीं है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि एक बात मैं पूछना चाहता हूं देश भी जानना चाहता है। पीएम नरेंद्र मोदी दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय नेता, जो जनता के दिलों में बसते हैं देश उनका पूरा परिवार है। उनके विरुद्ध राहुल जी और उनकी पार्टी के नेता आपत्तिजनक बयान देते हैं यह भारत की संस्कृति नहीं है। पीएम के पद पर आसीन एक ऐसे नेता जो विकसित भारत का निर्माण कर रहे हैं सारी दुनिया जिनका सम्मान करती है, उनके विरुद्ध अशब्द शब्दो का उपयोग क्या यही कांग्रेस एवं इंडी गठबंधन का चरित्र है? वहीं, सोनिया गांधी ने लोकसभा का चुनाव क्यों नहीं लड़ा?, इसका जवाब भी जनता चाहती है।
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