नई दिल्ली: कांग्रेस के घोषणापत्र को डिकोड करते हुए, राहुल गांधी के राजनीतिक सलाहकार सैम पित्रोदा ने कहा कि अगर पार्टी सत्ता में आती है, तो उसे अपने चुनावी घोषणापत्र में किए गए कई रियायतों और सब्सिडी को कवर करने के लिए मध्यम वर्ग पर ज्यादा टैक्स लगाना पड़ सकता है। सोशल मीडिया पर प्रसारित एक असत्यापित वीडियो में, जिसकी तारीख स्पष्ट नहीं है, पित्रोदा साक्षात्कारकर्ता को यह कहते हुए दिखाई दे रहे हैं कि मध्यम वर्ग को ज्यादा टैक्स चुकाना पड़ सकता है।
भारत का मिडल क्लास स्वार्थी है. कांग्रेस अगर चुनाव जीती तो टैक्स बढ़ाया जाएगा- सैम पित्रोदा
— Abhay Pratap Singh (बहुत सरल हूं) (@IAbhay_Pratap) April 8, 2024
PM @narendramodi जी... सैम साहब ने आपके कल के भाषण के लिए नया कंटेंट दे दिया है. इसका भरपूर प्रयोग करें????????pic.twitter.com/zLFl7ciWXL
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर व्यापक रूप से प्रसारित किए जा रहे वीडियो में, साक्षात्कारकर्ता पित्रोदा से पूछते हुए दिखाई दे रहा है कि "ऐसा लगता है कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो इन सभी योजनाओं (फ्री की गारंटियों का) का बोझ हम, मध्यम वर्ग पर आएगा।" सवाल का जवाब देते हुए पित्रोदा कहते हैं, 'यह सच नहीं है। मध्यम वर्ग को अधिक अवसर मिलेंगे। मध्यम वर्ग को अधिक नौकरियाँ मिलेंगी। आज नौकरियाँ नहीं हैं। टैक्स थोड़ा बढ़ सकता है। मुझे नहीं लगता कि यह कोई बड़ा मुद्दा है। आइए इसके बारे में चिंता न करें। (माध्यम वर्ग) स्वार्थी मत बनो, ठीक है। बड़ा दिल रखो।”
राहुल गांधी के राजनितिक गुरु माने जाने वाले पित्रोदा ने कहा कि, “आप अपने आस-पास गरीब लोगों को कैसे देख सकते हैं और महसूस कर सकते हैं कि कोई आपसे 10 पैसे ले सकता है। ये भारत नहीं है।'' उन्होंने आगे कहा कि “अगर आपको और मुझे अपनी कमर कसनी है तो कस लेनी चाहिए। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। वे हमारे भाई हैं, वे हमारे चचेरे भाई हैं, वे हमारे चचेरे भाई हैं, वे हमारे भतीजे हैं।” पित्रोदा की टिप्पणियों पर एक्स पर कई उपयोगकर्ताओं की प्रतिक्रियाएँ आईं, जिनमें से एक ने लिखा, "समस्या हमेशा टैक्स लगाने की नहीं रही है, समस्या को बड़े रागा (राजीव गांधी) ने ठीक ही बताया था कि एक रुपये में से केवल 15 पैसे ही वास्तविक लाभार्थी तक पहुँचते हैं।"
-सवाल - आप मुफ्त योजनाओं के लिए धन की व्यवस्था कहां से करेंगे। (कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों के लिए कई घोषणाएं की हैं)
— Arvind kushwaha (Modi's Family) (@ArvindKush001) April 8, 2024
-सैम पित्रोदा - हम मध्यम वर्ग (जाहिर तौर पर ज्यादातर हिंदू) पर अधिक कर लगाएंगे
तो क्या हिंदुओं को मुस्लिमों की विदेश पढ़ाई और अन्य चीजों के लिए भुगतान करना होगा?… pic.twitter.com/s7Rd7DD8sV
बता दें कि, कांग्रेस ने शुक्रवार को जारी अपने घोषणापत्र में किसानों, युवाओं, महिलाओं और अल्पसंख्यकों से वादे किए थे। राहुल गांधी ने घोषणापत्र के बारे में बात करते हुए कहा था कि, "यह हमारा [कांग्रेस] घोषणापत्र नहीं है, बल्कि भारत की आत्मा का घोषणापत्र है, हमने यह घोषणापत्र आपके दिल और आत्मा की बात सुनकर बनाया है। इस घोषणापत्र को ध्यान से पढ़ें। अगर आप इसे ध्यान से देखेंगे तो आप समझ जाएंगे कि यह घोषणापत्र भारत को बदल सकता है।“
राहुल गांधी ने पांच गारंटी (न्याय) सूचीबद्ध कीं जिनका पार्टी ने अपने घोषणापत्र में वादा किया है। उन्होंने कहा कि "जब हमने आपको गारंटी दी, तो हमने उन्हें कांग्रेस पार्टी की गारंटी कहा, लेकिन वास्तव में, वे लोगों की गारंटी थीं। जब हमने 500 रुपये के सिलेंडर, 200 यूनिट मुफ्त बिजली, गृह लक्ष्मी और मुफ्त बस यात्रा के बारे में बात की, हमने लोगों की आवाज सुनी और ये गारंटी तैयार की। उन्होंने कहा कि, आज तेलंगाना में हर कोई जानता है कि कांग्रेस वादे पूरे कर रही है। देश में 40 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है, लेकिन तेलंगाना सरकार ने 30,000 लोगों को सरकारी नौकरियां दी हैं और साथ ही 50,000 और लोगों को नौकरियां मिलेंगी। घोषणापत्र भारत के लोगों की आवाज है।"
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