आज आधार कार्ड सबसे महत्वपूर्ण और महत्वपूर्ण दस्तावेज में से एक कहा जाता है। फिर चाहे आपको किसी सरकारी सुविधा का लाभ उठाना हो या फिर अपने लिए गैस का सिलिंडर या फ़ोन का सिम क्यों ना खरीदना हो। और ऐसे कई अहम् काम भी हैं जहाँ आप आधार कार्ड के बिना अपने काम की शुरुआत भी नहीं कर पाएंगे। पैन कार्ड, वोटर आईडी जैसे सभी अहम् दस्तावेज को आधार कार्ड से लिंक करवाना भी सरकार ने अनिवार्य कर चुके है। ऐसे में कई बार लोग ये भी प्रश्न उठाते हैं कि ये सारे दस्तावेज आधार से लिंक करके कहीं उनकी वित्तीय गतिविधियों को कहीं ट्रैक तो नहीं किया जा रहा है?
आधार कार्ड लिंक करने से ट्रैक होती हैं हमारी वित्तीय गतिविधियां: खबरों का कहना है कि यह एक बड़ा सवाल है जो सभी के मन में उठता भी है और उठना लाज़मी भी है। लेकिन इसका जवाब भी बड़ा सीधा और आसान हैं कि यूनीक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) किसी भी सूचना से हमारी किसी भी गतिविधि पर ना कोई निगाह रखता हैं और ना ही ट्रैक करता है।
इस पूरे मामले को लेकर UIDAI ने अपने आधिकारिक KOO ऐप अकाउंट पर सूचना देते हुए लिखा है, "नामांकन या अपडेट के समय UIDAI केवल न्यूनतम जानकारी लेता है, इसमें आपका नाम, पता, लिंग, जन्म तिथि, अंगुलियों के निशान, आइरिस स्कैन और चेहरे की फोटो शामिल है। UIDAI कभी भी निवासी की कोई वित्तीय जानकारी (Financial Information) / डेटा नहीं रख रही है।"
UIDAI के डेटाबेस में कौन सी जानकारी होती है स्टोर: खबरों का कहना है कि आधार जारी करने वाली एजेंसी के पास आपकी जनसांख्यिकीय (डेमोग्राफिक) जानकारी जैसे- आपका नाम, पता, लिंग, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर (वैकल्पिक) और ईमेल जैसी जानकारी मिल रही है। आधार कार्ड वाली एजेंसी के पास आपके बैंक खातों, वित्तीय विवरण के बारे में कोई जानकारी या डाटा नहीं होता हैं। ये जानकारी UIDAI के डेटाबेस में कभी नहीं रखा जाता है।
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