उत्तर प्रदेश : शामली जिले में अपेक्षित विकास नहीं हो पाता था। इसी के चलते करीब पांच साल से यहां के लोग शामली को एनसीआर में शामिल कराने की मांग करते रहे हैं. क्योंकि बागपत और मुजफ्फरनगर पहले से एनसीआर में शामिल है. इन दोनों ही जिलों से सटे शामली को एनसीआर में शामिल नहीं किया जा रहा था. अब कहा जा रहा है शामली भी विकास की राह पर दौड़ेगा. 2011 की जनगणना के अनुसार 13 लाख कि आबादी वाला शामली जिला अब 23 एनसीआर जिलों में शामिल है.
एनसीआर में शामिल शहरों को नेशनल कैपिटल रीजन प्लानिंग बोर्ड (एनसीआरपीबी) की तरफ से क्षेत्र के विकास के लिए आकर्षक दरों पर फंड मुहैया कराया जाता है. साथ ही राज्य और केंद्र सरकार इनके विकास के लिए विशेष योजनाओ के तहत भी इन्हे फंड देती रहती है.
दिल्ली से 95 किलोमीटर दुर स्थित शामली अब सड़कों की हालत सुधरेगी, औद्योगिक क्षेत्र विकसित होगा, जिससे रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे. एनसीआर में शामिल जिलों की तरह ही शामली में भी विकास के नए प्रोजेक्ट बनेंगे, जिसमें ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार के लिए ट्रैफिक लाइट सिस्टम सहित सड़कों का चौड़ीकरण भी होगा. पेयजल आपूर्ति, जल संरक्षण, कचरा प्रबंधन जैसे कार्यक्रमों में आएगी तेजी, जिससे आमजन को मिलने वाली सुविधाओं में विस्तार होगा.
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