दुनियाभर के कई देशों में कोरोना वायरस (Coronavirus) के नए मामलों में कमी आई है हालाँकि कई ऐसे भी देश है जहाँ जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है। इन सभी के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने लोगों को चेतावनी जारी कर दी है और कह दिया है कि तेजी से फैलने वाले वेरिएंट के आने पर हमें ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है। जी दरअसल डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने कहा है कि, 'समय के साथ कोविड-19 की गंभीरता कम हो जाएगी।' केवल यही नहीं बल्कि उन्होंने इस साल महामारी कैसे विकसित होगी, इसके लिए तीन संभावित तरीके भी सामने रखे हैं।
जी दरअसल डब्ल्यूएचओ के प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने एक ब्रीफिंग के दौरान बताया, 'हमें पता है कि कोविड-19 वायरस लगातार विकसित हो रहा है, लेकिन इसके कारण होने वाली बीमारी की गंभीरता समय के साथ कम हो जाती है, क्योंकि वैक्सीन और संक्रमण की वजह से इम्यूनिटी बढ़ जाती है। इम्यूनिटी की कमजोरी की वजह से कोविड-19 के मामलों में समय-समय पर उछाल और मौतों की संख्या में वृद्धि हो सकती है। ऐसी स्थिति में कमजोर आबादी के बीच इम्यूनिटी को बढ़ावा देने की जरूरत पड़ सकती है।'
इसके अलावा टेड्रोस ने आगे कहा, 'इसके अलावा सबसे अच्छी स्थिति में हम देख सकते हैं कि कम गंभीर रूप सामने आते हैं और टीकों के बूस्टर या नए फॉर्मूलेशन जरूरी नहीं होंगे। वहीं सबसे खराब स्थिति में एक ज्यादा घातक और बहुत तेजी से फैलने वाला कोविड-19 वेरिएंट सामने आता है। इस नए खतरे के खिलाफ टीकाकरण या संक्रमण से बनी इम्यूनिटी में कमी हो जाएगी या तेजी से खत्म हो जाएगी।'
इसी के साथ कोविड-19 के तीव्र चरण को खत्म करने के लिए कैसे आगे बढ़ें? इसका जवाब देते हुए डब्ल्यूएचओ प्रमुख टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस (Tedros Adhanom Ghebreyesus) ने बताया कि इसके लिए दुनियाभर के सभी देशों को 5 मुख्य घटकों पर ध्यान देने की जरूरत है।
पहला - सर्विलांस, लैबोरेट्रीज और पब्लिक हेल्थ इंटेलिजेंस।
दूसरा - टीकाकरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य और सामाजिक उपाय।
तीसरा - कोविड-19 के लिए क्लिनिकल देखभाल और लचीला हेल्थ सिस्टम।
चौथा- रिसर्च और डेवलपमेंट, डिवाइस सप्लाई के लिए एक जैसी पहुंच।
पांचवां- एक इमरजेंसी मोड से लॉन्ग टर्म रेस्पीरेटरी डिजीज मैनेजमेंट के लिए रिस्पांस ट्रांजिशन के रूप में कॉर्डिनेशन।
इसी के साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का कहना है कि ओमिक्रॉन और डेल्टा का रिकॉम्बिनेंट वायरस डेल्टाक्रॉन तेजी से फैलता है। जी हाँ और इसके अलावा ओमिक्रॉन का सबवेरिएंट BA।2 के मामलों में भी बड़े पैमाने पर उछाल देख रही है। वहीं वैज्ञानिकों का कहना है कि कोविड-19 के नए वेरिएंट से संक्रमण बढ़ने की संभावना है।
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