नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा लाए गए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन पिछले सवा महीने से दिल्ली की सरहदों पर चल रहा है. शुक्रवार को किसानों और सरकार के बीच एक और दौर की वार्ता होनी है. किसानों का कहना है कि वो कानून वापस होने तक नहीं हटेंगे. इस विवाद के बीच गुरुवार को केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर नानकसर गुरुद्वारा के प्रमुख बाबा लक्खा सिंह से मिले हैं.
इस मुलाकात के दौरान बाबा लक्खा सिंह ने किसानों के आंदोलन का मामला कृषि मंत्री के सामने उठाया. साथ ही दोनों पक्षों के बीच में समझौता करवाने की पेशकश की. बाबा लक्खा सिंह ने सरकार से कहा है कि वो दोनों पक्षों में समझौता करवाने के लिए राजी हैं. हालांकि, केंद्र सरकार को कृषि कानून लागू करने की शक्ति राज्य सरकारों के हाथ में दे देनी चाहिए. कृषि का मसला राज्य का ही मसला है. हालांकि, केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने इस दौरान स्पष्ट किया कि सरकार किसानों की ज्यादातर मांगें मान चुकी है और अन्य मांगों को भी मानने के लिए तैयार है. किन्तु सरकार तीनों कानूनों को वापस नहीं लेगी, यदि सरकार ने अपनी तरफ से कुछ कदम उठाए हैं तो किसानों को भी ऐसा ही करना चाहिए.
आपको बता दें कि पंजाब, हरियाणा और कई अन्य राज्यों में ढेरों नानकसर गुरुद्वारे हैं. इन तमाम गुरुद्वारों की प्रबंधक कमेटी के प्रमुख बाबा लक्खा सिंह ही हैं, जिनकी सिख समुदाय में अच्छी खासी पहुंच है. ऐसे में उनकी ओर से सरकार और किसानों के बीच मध्यस्थता का प्रयास किया गया है.
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