नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी सांसद बृजभूषण शरण सिंह के नजदीकी संजय सिंह भारतीय कुश्ती संघ के अध्यक्ष का चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने अपनी प्रतिद्वंदी अनीता श्योराण को शिकस्त दी है। इससे पहले बृजभूषण शरण सिंह ने भी दावा किया था कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष संजय सिंह ही बनेंगे। बता दें कि संजय सिंह 'बबलू' को कुश्ती से बहुत लगाव है तथा इस वक़्त वो वाराणसी कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। इसके अतिरिक्त कुश्ती संघ के राष्ट्रीय संयुक्त सचिव की जिम्मेदारी भी निभा रहे हैं। इस के चलते वह कई बार संघ की कार्य समिति में भी सम्मिलित रहे। इसके अतिरिक्त वह भारतीय कुश्ती संघ का नेतृत्व करने के लिए विदेश में भी दौरा कर चुके हैं। ऐसा कहा जाता है कि पूर्वांचल की महिला पहलवानों को आगे लाने में संजय सिंह बबलू का महत्वपूर्ण किरदार रहा है।
संजय सिंह मूल रूप से पूर्वी उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के रहने वाले हैं। इस वक़्त वो वाराणसी में अपने परिवार के साथ रहते हैं। संजय सिंह बबलू पिछले डेढ़ दशक से भी अधिक वक़्त से कुश्ती संघ से जुड़े हैं तथा बृजभूषण शरण सिंह के काफी नजदीकी माने जाते हैं। वो 2008 से ही वाराणसी कुश्ती संघ के जिला अध्यक्ष हैं। संजय सिंह बबलू का 2009 में प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष के तौर पर चयन हुआ था।
अनीता श्योराण को बृजभूषण शरण सिंह का विरोधी माना जाता है। वह हरियाणा के भिवानी जिले की रहने वाली हैं। अनीता ने पहलवानों के यौन उत्पीड़न केस में भी बृजभूषण शरण सिंह के विरुद्ध भी गवाही दी थी। अनीता कुश्ती के मैदान में भी बड़ी कामयाबी हासिल कर चुकी हैं, उन्होंने 2010 के कॉमनवेल्थ गेम्स में स्वर्ण पदक जीता था। यदि अनीता श्योराण ये चुनाव जीततीं, तो वो पहली महिला पहलवान होतीं। दरअसल WFI की जड़ें पुरुष अखाड़ों से ही जुड़ी हुई हैं, इसी कारण शीर्ष पदों पर पुरुषों का ही वर्चस्व रहा है।
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