पटना: बिहार पुलिस ने शुक्रवार (15 जुलाई) को पटना में एक 26 साल के व्यक्ति को उसके द्वारा संचालित व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए भारत विरोधी विचारों का प्रचार करने के आरोप में अरेस्ट किया है। पटना के फुलवारी शरीफ के रहने वाले अहमद दानिश उर्फ ताहिर के भी पाकिस्तान स्थित चरमपंथी समूह तहरीक-ए-लब्बाइक से ताल्लुक पाए गए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बताया है कि, 'ताहिर 'गज़वा-ए-हिंद' नाम से एक व्हाट्सएप ग्रुप चला रहा था, जिसके जरिए उसने भारत विरोधी विचारों का प्रचार किया। उस ग्रुप में पाकिस्तान और बांग्लादेश के लोगों समेत कई विदेशी नागरिक जुड़े हुए थे। उसका फोन जब्त कर लिया गया है और नंबर ट्रेस किए जा रहे हैं।' SSP ने आगे कहा कि, 'जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि ताहिर, कट्टरपंथी संगठन तहरीक-ए-लब्बैक से भी जुड़ा हुआ था। वह एक पाकिस्तानी नागरिक फैजान के लगातार संपर्क में भी था। जांचकर्ताओं ने पाया कि समूह में राष्ट्रीय ध्वज और प्रतीकों का तिरस्कार करने वाले मेसेज शेयर किए जा रहे थे।' उन्होंने कहा कि ताहिर ग्रुप का एडमिन था और कई अन्य विदेशी समूहों के साथ भी संपर्क में था।
दूसरी तरफ, झारखंड के एक रिटायर पुलिस अधिकारी मोहम्मद जल्लाउद्दीन और स्टूडेंट्स इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इंडिया (SIMI) के एक पूर्व सदस्य जो PFI और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) का सक्रीय सदस्य भी है, अतहर परवेज को भी इस मामले में अरेस्ट किया गया था। बताया ये भी जा रहा है कि गिरफ्तार किया गया आरोपी बिहार विधानसभा के शताब्दी वर्ष समारोह के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी पर हमला करने की साजिश रच रहा था। बता दें कि पीएम मोदी ने 12 जुलाई को पटना का दौरा किया था, जबकि परवेज और जलालुद्दीन को 11 जुलाई को फुलवारी शरीफ इलाके से अरेस्ट किया गया था।
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