भुवनेश्वर: दिल्ली शराब घोटाले में CBI जांच में फंसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लेकर राजनीती चरम पर है. आम आदमी पार्टी (AAP) नेताओं ने इसको लेकर भाजपा पर निशाना साधा है, तो वहीं भाजपा ने भी कट्टर ईमानदार का नारा देने वाली AAP सरकार को आड़े हाथों लेना शुरू कर दिया है. इसी बीच भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने रविवार को कहा कि CBI, ED जैसी जांच एजेंसियां भावनाओं के आधार पर नहीं बल्कि तथ्यों और सबूतों के आधार पर काम करती हैं.
AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल को CBI के समन पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए पात्रा ने कहा कि भारत में लोकतंत्र की अच्छी बात यह है कि इस देश में किसी को भी यह नहीं सोचना चाहिए कि वह कानून से ऊपर है या वह कानून से बच सकता है. पात्रा ने कहा कि जांच एजेंसी यह पता लगाना चाहती है कि ‘दिल्ली शराब घोटाले का मास्टरमाइंड कौन है? क्या मनीष सिसोदिया ने अकेले यह शराब नीति बनाई है या कोई और भी इसमें शामिल है?’
संबित पात्रा ने प्रेस वार्ता केजरीवाल से कुछ सवाल भी किए. उन्होंने कहा कि, ‘दिल्ली आबकारी नीति आपके निर्देश पर आपके आवास पर कैबिनेट द्वारा पारित की गई थी और आपने बार-बार दावा किया है कि इस शराब नीति से दिल्ली के खजाने को भारी फायदा होगा, मगर इसके बजाय 3,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ तथा आपको आबकारी नीति को वापस लेना पड़ा.’
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