जिनेवा: आज के समय में बीमारी हो या कोई आपदा दोनों ही मानव जीवन पर संकट बन ही जाती है. जिसमे से एक है कोरोना वायरस यह एक ऐसी बीमारी है, जिसका अभी तक कोई तोड़ नहीं मिल पाया है. वहीं इस वायरस की चपेट में आने से 25000 से अधिक मौते हो चुकी है, जबकि लाखों लोग इस वायरस से संक्रमित हुए है. ऐसे में वैज्ञानिकों के लिए यह कहना जरा मुश्किल सा है कि इस बीमारी से कब तक निजात मिल पाएगा.
वहीं इस बात की जानकारी मिली है कि कोरोना पीड़ित लोगों की मौत की बड़ी वजह यह भी है कि वायरस से बचाव के लिए उपकरणों और चिकित्सा सुविधा की भारी कमी है. यह बात विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कही है. संगठन के प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेब्रेसस ने यह बात वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पत्रकार वार्ता में कही. उन्होंने बताया कि WHO ने बचाव के करीब 20 लाख उपकरण 74 देशों को भेजे हैं. जल्द ही इतने ही उपकरण 60 अन्य देशों को भेजे जाएंगे. कोरोना वायरस के संक्रमण की समस्या अंतरराष्ट्रीय सहयोग और एकजुटता दिखाने से खत्म होगी.
जंहा इस बात को ध्यान में रखते हुए उन्होंने जी 20 देशों से अनुरोध किया कि वे अपनी औद्योगिक और शोध क्षमता का लाभ लेते हुए जीवनरक्षक उपकरणों का उत्पादन और वितरण करें. इससे हम आने वाली पीढि़यों को यह संदेश देने में कामयाब होंगे कि ऐसा त्रासदी दोबारा न हो. उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस दुनिया में अब तक 25 हजार से ज्यादा लोगों को मार चुका है. मृतकों की संख्या बढ़ती ही जा रही है. WHO प्रमुख ने कहा, अभी कोरोना से हमारी लड़ाई की शुरुआत है. हमें खुद को संयमित रखकर एकजुटता प्रदर्शित करनी है और वायरस के खात्मे के लिए काम करना है.
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