जेनेवा: कोरोना वायरस अब तक लाइलाज बीमारी बना हुआ है और केवल इसके लक्षणों का उपचार हो रहा है. AIIMS के डॉ. अजय मोहन ने कहा है कि कोरोना वायरस से होने वाला संक्रमण एक प्रकार का वायरल इन्फेक्शन है, जो मुख्यरूप से श्वसन तंत्र, नाक और गले पर असर डालता है, यानी सर्दी, जुकाम, गला खराब होना और बुखार इस बीमारी के आम लक्षण हैं.
उन्होंने कहा कि इन सामान्य लक्षणों के बीच कुछ अन्य लक्षण भी सामने आए हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार अब तक विभिन्न प्रकार के 12 लक्षण सामने आ चुके हैं. एक सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या सीने में दर्द होना भी कोरोना वायरस का लक्षण है? WHO का कहना है कि सीने में दर्द साफ़ तौर पर केवल कोरोना वायरस का लक्षण नहीं है, किन्तु यदि किसी को सीने में भारीपन महसूस हो रहा है या ऐसा महसूस हो कि गहरी सांस लेने में समस्या हो रही हो, तो यह कोरोना हो सकता है. यह स्थिति बगैर किसी अन्य लक्षण के भी सामने आ सकती है.
WHO के अनुसार, अब तक कोरोना वायरस के कुल 12 लक्षण सामने आए हैं. इनमें सबसे गंभीर है बुखार. चीन में हुए अध्ययन के अनुसार कोरोना के 87.9 फीसदी मरीजों में तेज बुखार का लक्षण पाया गया. इसके बाद दूसरे स्थान पर सूखी खांसी है. 67.7 फीसदी मरीजों में यह लक्षण पाया गया है. WHO ने कहा कि यदि किसी को अचानक थकान महसूस होती है तो भी यह चिंता की बात है. चीन में 38.1 फीसद मरीजों में कोरोना वायरस की शुरुआत इसी लक्षण के चलते हुई थी. इस क्रम में बलगम चौथे स्थान पर है. यही कारण है कि कमजोर लोगों के साथ ही बुजुर्गों के ऐसी चीजों से बचने के लिए कहा गया है कि जिनसे कफ बनता हो. इसके अलावा कुछ मरीजों में साँस फूलना, जोड़ों का दर्द, सिरदर्द आदि भी कोरोना के लक्षणों के रूप में देखे गए हैं.
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