नई दिल्ली: कांग्रेस नेता अजय राय ने पिछले दिन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लेकर सोनभद्र में एक बयान दिया, जिसको लेकर भाजपा बहुत हमलावर है तथा निरंतर अजय राय से अपने बयान पर माफी मांगने के लिए कह रही है। अजय राय ने बोला था कि स्मृति ईरानी अमेठी में आती है तथा लटके झटके देकर चली जाती हैं। जिसके जवाब में स्मृति ईरानी ने ट्वीट करते हुए लिखा कि सुना है राहुल गांधी जी आपने अपने किसी प्रांतीय नेता से अभद्र तरीके से 2024 में अमेठी से लड़ने का ऐलान करवाया है। तो क्या आपका अमेठी से लड़ना पक्का समझूं? दूसरी सीट पर तो नहीं भागेंगे? डरेंगे तो नहीं।
ट्वीट में स्मृति ने राहुल एवं सोनिया गांधी पर हमला करते हुए यहां तक कह दिया कि अजय राय को अब किसी नए स्क्रिप्ट राइटर की आवश्यकता है। बयानों की इस लड़ाई में अब कांग्रेस नेता पवन खेड़ा भी उतर गए हैं। अजय राय के बयान पर पूछे गए एक प्रश्न पर उन्होंने कहा कि अरे अरे अरे सुबह सुबह किसका नाम ले लिया आपने, भगवान का नाम लीजिये। आप उसका नाम लीजिये, मैं उसका नाम नहीं लूंगा। आगे खेड़ा ने कहा कि उनको बोलिए अपने मंत्रालय पर ध्यान दें। सुबह से ये सब क्या कर रही हैं।
वहीं दूसरी ओर अजय राय सोमवार को सोनभद्र में दिए गए अपने बयान पर कायम हैं तथा उन्होंने साफ-साफ कहा है कि उन्होंने किसी भी असंसदीय भाषा का प्रयोग नहीं किया है तथा वह माफी कतई नहीं मांगेंगे। चंदौली में अजय राय ने कहा कि जनता अपने नेता को इसलिए चुनती है कि वह क्षेत्र का विकास करेगा। अजय राय ने कहा, 'आप सुख-दुख में साथ नहीं रहेंगे, क्षेत्र का विकास नहीं करेंगे, वहां की पूरी सड़कें टूटी हुई है, कल कारखाने बंद पड़े हैं। भेल का कारखाना बंद पड़ा हुआ है, ट्रिपल आईटी का काम रुका हुआ है। जनता आपको अपने बीच में चाहती है, सिर्फ आए एवं घूम कर चले जाएंगे तो उसको क्या कहा जाएगा। उसको लटके-झटके ही बोला गया है।' पूर्व MLA अजय राय ने अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि हमारे यहां बोल चाल में कहा जाता है कि क्या भाई बहुत लटक के बोल रहे हैं, बहुत झटक कर बोल रहे हैं, हमारे यहां ऐसी भाषा है। उन्होंने कहा कि मैंने किसी भी प्रकार से असंसदीय भाषा का इस्तेमाल नहीं किया है, जनता आपको खोज रही है तथा आपका पता ही नहीं है।
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