मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, जहां एक ओर यूपी में समाजवादी पार्टी (सपा) तथा कांग्रेस गठबंधन बनाकर चुनाव लड़ रही हैं, वहीं महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी नेता अबू आजमी सीटों के बंटवारे को लेकर अड़े हुए हैं तथा 12 सीटों की मांग कर रहे हैं। इसी मुद्दे पर अबू आजमी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस का हाल हरियाणा जैसा होगा।
अबू आजमी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि उन्हें उनकी मांगी गई सीटें नहीं मिलीं, तो कोई भी उम्मीदवार नहीं जीत पाएगा तथा कांग्रेस का हाल महाराष्ट्र में भी हरियाणा जैसा हो जाएगा। उन्होंने 12 सीटों की मांग करते हुए कहा कि ये सीटें सपा की हैं। आजमी ने कहा कि अखिलेश यादव को उन्होंने मालेगांव और धुले में समाजवादी पार्टी की ताकत दिखाई, और भिवंडी व गोवंडी भी समाजवादी पार्टी की सीटें हैं। उन्होंने यह भी बताया कि सपा ने पहले ही उम्मीदवारों का ऐलान कर दिया है। अबू आजमी ने शिकायत की कि उन्हें केवल एक बार महाविकास अघाड़ी (MVA) की बैठक में बुलाया गया था, जहां बस चाय-बिस्किट खिलाए गए, तथा इसके बाद कांग्रेस नेताओं का रवैया समझ से परे है। वे लगातार दिल्ली भागते हैं, जबकि फोन पर भी बात की जा सकती है।
MVA के भीतर समाजवादी पार्टी की नाराजगी के बीच, अबू आजमी ने शरद पवार से मुलाकात की। इस मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए उन्होंने लिखा, “महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के संबंध में महाविकास अघाड़ी में सपा की भूमिका और अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर आज आदरणीय शरद पवार जी से मुलाकात की। अब समय की आवश्यकता है कि महाविकास अघाड़ी को मजबूत किया जाए, ताकि हरियाणा चुनाव के परिणाम महाराष्ट्र में दोहराए न जाएं। जिन सीटों का ऐलान सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने की है, उन सीटों की जांच स्वयं उन्होंने की है। इन सीटों पर सपा के चुनाव लड़ने का कारण और जीतने के समीकरणों को विस्तार से शरद पवार जी को बताया गया।”
वही इससे पहले, बुधवार को भी अबू आजमी ने एक्स पर पोस्ट किया था कि अगर महाविकास अघाड़ी का कोई भी दल—चाहे वह कांग्रेस हो, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) हो या शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे गुट)—बिना सपा से बातचीत किए या उसे विश्वास में लिए प्रत्याशियों की सूची जारी करता है, तो इसका मतलब होगा कि वे समाजवादी पार्टी को महाविकास अघाड़ी का हिस्सा नहीं मानते। उन्होंने कहा कि महाविकास अघाड़ी का उद्देश्य सभी धर्मनिरपेक्ष पार्टियों को साथ लेकर सांप्रदायिक सरकार के खिलाफ लड़ना है, तथा समाजवादी पार्टी को नजरअंदाज करना गलत होगा।
उग्रवादियों ने दी जज की सुपारी, चिट्ठी मिलने से पुलिस महकमे में हड़कंप
वाराणसी में PM मोदी ने किया नेत्र-चिकित्सालय का उद्घाटन, बोले- 'यहाँ आना एक पुण्य अनुभूति'
5वीं की छात्रा को टीचर ने पीटा-टूटा हाथ, शिक्षा मंत्री ने लिया ये एक्शन