ढाका: शुक्रवार (15 मार्च) को इस्लामवादियों ने राजीव कुमार डे नाम के एक हिंदू व्यक्ति पर रमज़ान के महीने में दिन के समय अपनी दुकान खुली रखने पर हमला किया। घटना बांग्लादेश के सिलहट शहर की है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, आरोपी की पहचान सोहेल हसन के रूप में हुई। ऐसा कहा जाता है कि वह छात्र लीग (शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार की छात्र शाखा) का सदस्य है।
पीड़ित सिलहट एमएजी उस्मानी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल (SOMCH) के पास एक छोटी सी दुकान चलाता था। राजीव कुमार डे को सोहेल हसन और उसके साथी ने रमज़ान की शुरुआत से चंदा (पैसे) देने के लिए कहा था, लेकिन उन्होंने उनकी मांगों को मानने से इनकार कर दिया। पीड़ित ने अपना व्यवसाय चलाना जारी रखा, लेकिन रमजान के दौरान अपनी दुकान के बाहर पर्दा लगा दिया। उन्होंने कहा कि वह दिन के समय पास के अस्पताल में आने वाले हिंदू मरीजों की देखभाल करना चाहते थे।
Hindu restaurant owner Rajeev dey fatally attacked by Jihadi mob for keeping restaurant open in Sylhet during Roza days in Ramadan. pic.twitter.com/kQuPj9FyKD
— Voice of Bangladeshi Hindus ???????? (@VoiceofHindu71) March 16, 2024
शाम को, राजीव कुमार डे अपने मुस्लिम ग्राहकों को इफ्तारी भी बेचते थे। शुक्रवार (15 मार्च) दोपहर को सोहेल हसन और उसका साथी पीड़ित की दुकान पर गए और उस पर रमज़ान के दौरान धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगाया। उन्होंने उनसे यह भी कहा कि एक हिंदू व्यक्ति मुसलमानों को इफ्तारी नहीं बेच सकता। इसके बाद इस्लामवादियों ने राजीव कुमार डे पर धारदार हथियार से हमला किया और उनकी दुकान में तोड़फोड़ की।
बाद में पीड़िता को सिलहट एमएजी उस्मानी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस क्रूर हमले के कारण उनके सिर पर 18 टांके लगे। अकारण हमले के दौरान सोहेल और उसके लोगों ने कैशबॉक्स भी लूट लिया। पीड़ित ने दुख जताते हुए कहा, "उन्होंने मेरा कैशबॉक्स तोड़ दिया और पैसे लूट लिए।" हमले के दौरान दुकान पर मौजूद उनके कर्मचारी को भी चोट लगी है। मामले की जानकारी होने पर प्रभारी अधिकारी (ओसी) मोहम्मद मोइनुद्दीन के नेतृत्व में एक पुलिस टीम अपराध स्थल पर पहुंची। मामले को लेकर अब तक पुलिस में कोई केस दर्ज नहीं किया गया है।
हालाँकि यह पहली बार नहीं है कि छात्र लीग के किसी सदस्य ने बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर अत्याचार किया है। इस साल जनवरी में यह बात सामने आई कि कछुआ गवर्नमेंट बंगबंधु डिग्री कॉलेज में छात्र लीग के संयोजक इब्राहिम मिया ने बांग्लादेश के बसबरिया गांव में एक हिंदू परिवार की जमीन हड़प ली। इससे पहले दुर्गा पूजन के समय एक मुस्लिम शख्स ने खुद पंडाल में घुसकर देवी प्रतिमा के क़दमों के कुरान रख दी थी और फिर ये बात फैला दी की हिन्दुओं ने कुरान का अपमान किया है। इसके बाद कट्टरपंथियों की भीड़ ने कई हिन्दुओं की हत्या कर दी थी, महिलाओं के बलात्कार किए गए थे। बाद में खुलासा हुआ था कि पंडाल में कुरान रखने वाला एक मुस्लिम शख्स ही था और उसने हिन्दुओं को मारने के लिए ही ये साजिश रची थी। इस तरह की घटनाएं पाकिस्तान और बांग्लादेश में आम हैं, ऐसे ही पीड़ितों को शरण देने के लिए भारत सरकार CAA लेकर आई है, लेकिन भारत में विपक्षी दल और मुस्लिम संगठन इसका विरोध कर रहे हैं।
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