फेसबुक आज दुनिया का बहुत बड़ा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म है। इस प्लेटफॉर्म के जरिए दुनिया में आप किसी से भी कनेक्ट हो सकते हो फिर चाहे वह दुनिया के कोई से भी हिस्से में क्यों नहीं हो। फेसबुक को लॉन्च हुए तकरीबन 13 साल हो गए है उसमें कई चीजें बदली हैं। फेसबुक के हर बदलाव को यूजर्स ने एक्सेप्ट भी किया हैं। इतने समय में आजतक एक चीज नहीं बदली हैं। वह है फेसबुक का कलर।
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जी हां, तकरीबन 13 साल में फेसबुक के लोगो से लेकर उसका आउटलुक सबकुछ बदला है लेकिन फेसबुक का कलर नहीं बदला है और शायद बदलेगा भी नहीं। क्या आप जानते है ऐसा क्यो? अगर नहीं तो आपको बताते है ऐसा क्यो है?
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दरअसल फेसबुक के फाउंडर मार्क जुकरबर्ग को कलर ब्लाइंड हैं । उन्हें रेड और ग्रीन कलर दिखते है लेकिन बहुत अच्छे तरीके से नहीं। ब्लू कलर उन्हें बहुत आसानी से दिखता हैं। इस बात को खुलासा जुकरबर्ग ने एक इंटरव्यू के दौरान किया था कि उन्हें ग्रीन और रेड कलर अच्छे से नहीं दिखता हैं। आपको बता दें कि जुकरबर्ग को कलर एफिसियंसी है जिसका मतलब होता है उन्हें कलर दिखते तो है लेकिन बहुत कम। ब्लू कलर जितना अच्छा साफ दिखता है उतना कोई दूसरा कलर नहीं दिखता है। तो आप जान गए होंगे कि फेसबुक का कलर ब्लू ही क्यों है कोई दूसरा क्यों नहीं।
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