नई दिल्ली : गुजरात चुनाव को लेकर सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विश्व के अन्य देश भी निगाह लगाए बैठे हैं. इनमें भारत का पडोसी देश चीन भी शामिल है. चीन की गुजरात चुनाव में रूचि लेने की वजह उसकी अर्थव्यवस्था से जुड़े हुए हैं. दरअसल चीन गुजरात चुनाव को भारतीय मतदाताओं के रुझान के रूप में देख रहा है जिससे प्रधानमंत्री मोदी के प्रति जनता के रुख का पता लगाया जा सके.
इस बारे में एक अख़बार में छपी खबर के अनुसार चीन के मीडिया में गुजरात चुनावों को लेकर लगातार खबरें चल रही हैं. ऐसे में ये सवाल उठाना वाजिब है कि गुजरात चुनावों को लेकर चीन की इतनी उत्सुकता क्यों है. इसके जवाब में एक चीनी अख़बार ने बताया कि इससे चीन की गहरी चिंता जुड़ी रहती है. क्योंकि भारत में होने वाले कोई भी बड़े बदलाव चीन पर असर डालते हैं. भारत के आर्थिक सुधारों का असर भारत में काम कर रही चीनी कंपनियों जैसे शिओमी और ओप्पो पर भी पड़ता है .
अख़बार की रिपोर्ट में कहा गया है कि यदि भाजपा गुजरात में एकतरफा जीत हासिल करती है, तो आर्थिक सुधारों के प्रति प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण और मजबूत होगा. इसका नतीजा ये होगा कि चीन की कपंनियां भारत के मुकाबले इन बदलावों को ज्यादा महसूस करेंगी. चीन के अख़बार के अनुसार विधानसभा चुनावों में जनता का रुझान मोदी के आर्थिक सुधारों के एजेंडे पर बड़ा असर डालेगा. जिससे चीन भी प्रभावित होगा.
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