पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की सासंदी ख़त्म होने के मामले पर चुप्पी साधे रखी थी। इसे लेकर सियासी गलियारों में जमकर कयास लगाए गए। हालांकि, अब मुख्यमंत्री नीतीश ने खुद इस बात से पर्दा हटा दिया है कि वे राहुल गांधी को मानहानि मामले में सजा होने और उनकी लोकसभा सदस्यता निरस्त किए जाने के मामले पर चुप क्यों हैं ? हालांकि, उन्होंने अब भी इस मामले पर राहुल गांधी का पक्ष नहीं लिया है।
दरअसल, सीएम नीतीश पटना में सम्राट अशोक जयंती समारोह में शामिल हुए थे। इस दौरान पत्रकारों ने जब उनसे राहुल गांधी के मामले में चुप्पी पर सवाल पुछा, तो उन्होंने वजह बताई। नितीश ने कहा कि वे अदालत के किसी भी मामले में प्रतिक्रिया नहीं देते हैं। जहां तक राहुल गांधी का सवाल है, तो उस पर उनकी पार्टी (JDU) के लोगों ने अपनी बात रख दी है। 2024 के लोकसभा चुनाव में विपक्षी एकता के सवाल पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम तो चाहते हैं कि ज्यादा से ज्यादा पार्टियां एक साथ आएं, लेकिन अब भी वे दल, कांग्रेस की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस इसकी पहल करे, तो बेहतर होगा।
बता दें कि राहुल गांधी को मोदी सरनेम वाले मानहानि मामले में गुजरात के सूरत की कोर्ट ने बीते दिनों दो साल की सजा सुनाई। इसके बाद उनकी लोकसभा की सदस्यता निरस्त कर दी गई। इस मुद्दे पर विभिन्न विपक्षी दलों के नेताओं ने राहुल गांधी के समर्थन में केंद्र सरकार पर निशाना साधा। लेकिन, सीएम नीतीश कुमार की चुप्पी सियासी गलियारे में चर्चा का विषय बनी रही।
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