हमारा देश कई धर्म जाति और भषाओ वाला देश है जहाँ सभी धर्मो के अपनी अलग- अलग रीति रिवाज है हमारा देश हिन्दू धर्म प्रमुख देश है तो आइये हम बात करते है हिंदू धर्म में सिर पर चोटी रखने का क्या महत्व है. हिन्दू धर्म के वैदिक काल में संस्कृत भाषा बोली जाती थी और जो व्यक्ति जैसा काम करता था उसी के आधार पर उसकी जाति का निर्धारण कर दिया गया था जो केवल पांच प्रकार की जाति बनाई गई थी जो प्रमुखत: शेव ,वैष्णव ,शक्त ,वैदिक ,स्मार्त थी सभी जातियों में अलग अलग मान्यताये थी और उनके अलग रीति –रिवाज ,संस्कार थे उस काल में चोटी का भी बहुत महत्व था जिसके आधार पर व्यक्ति का कार्य निर्धारित था या कहा जाये की व्यक्ति अपने कार्य के अनुसार अपनी चोटी रखता था.
जैसे पूजा ,कर्मकांड आदि करने वाला सर के बीचो बीच छोटी सी चोटी रखता था और आश्रम में रहकर यज्ञ ,शिक्षा धार्मिक कर्मकांड आदि करने वाला घनी जटा रखता था आज का युग वैज्ञानिक युग है जहाँ व्यक्ति के पास समय का आभाव है व्यक्ति के जीवन में इन सब बातो का महत्व काफी कम हो गया है और आज की युवा पीढ़ी इन सब बातो को नहीं जानती तो आइये बताते है आपको, चोटी का महत्व क्या है.
सुशुर्त सहिंता में वर्णित है की मष्तिष्क के अन्दर जहाँ बालो का केंद्र होता है वहां सम्पूर्ण नाडी व संधियों का मिलान होता है उसे ‘अधिपतिमर्म ‘कहते है उस स्थान पर यदि व्यक्ति को चोट लगती है तो उसकी मृत्यु हो जाती है सुषुम्ना के मुख्य स्थान को ‘मस्तुलिंग ‘कहते है मनुष्य की सभी ज्ञानेन्द्रियो कान ,नाक ,जीभ, आँख का सम्बन्ध होता है और कामेंद्रिया हाथ ,पेर .गुदा इन्द्री का सम्बन्ध मस्तुलिंग से होता है व्यक्ति के मस्तिष्क मस्तुलिंग जितने ताकतवर होते है उसकी ज्ञानेन्द्रिया और कमेंद्रिया उतनी ही शक्तिशाली होती है.
किस कारण से चोटी रखी जाती है चोटी रखने के कई कारण है बच्चे के जन्म के पहले,तीसरे,पांचवे,सातवे,और नोवे वर्ष के अंत में जब बच्चे का मुंडन संस्कार किया जाता है तब कपाल के केंद्र में चोटी रखी जाती है और जब कोई व्यक्ति यज्ञोपवित धारण करता है तब चोटी रखी जाती है जिस स्थान पर चोटी रखी जाती है उस स्थान को सहस्त्रार कहते है तथा उस स्थान के कुछ नीचे आत्मा का निवाश होता है चोटी रखने के बाद उसमे गठान बाँधी जाती है.
किस तरह की चोटी रखना हानिकारक होता है?
आज का युग फेशन का युग है जहाँ लोग कई प्रकार के बाल रखते है कई पुरुष तो अपने बालो को महिलाओ के जितना बड़ा कर लेते है जो उनके भविष्य और व्यक्तित्व के लिए भी हानिकारक हो सकता है आज के समय में पुरषों में पूर्ण बालो के बीच चोटी रखने का प्रचलन चल रहा है जो विधान के अनुसार अनुचित तरीका है जिसका पालन न करना आप के लिए घातक सिद्ध हो सकता है बिना जाने चोटी की लम्बाई ,स्थान,और आकर के चोटी रखना आपके लिए हानिकारक हो सकता है.
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