पीएम मोदी को अब तक इस बात के लिए कई बार विपक्ष घेर चूका है कि अधिकांश देश के बड़े मुद्दों और खासकर विवादित मुद्दों पर वे चुप रहते है. अपने भाषण के लिए प्रशिद्ध पीएम मोदी कठुआ और उन्नाव रेप की घटना को लेकर देशभर में बढ़ते बवाल के बाद भी चुप ही रहे. सवाल यही है कि आखिर जब देश में इतना कुछ हो गया तब भी उन्नाव और कठुआ गैंग रेप पर मोदी चुप क्यों है. हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा कि तरह मौके भांप कर अपनी चुप्पी तोड़ी भी, मगर तब तक ये साफ हो चूका था कि अब उनके बयान के क्या मायने है. विपक्ष पीएम मोदी की चुप्पी पर लगातार हमला कर रहा था .
प्रधानमंत्री मोदी गैंगरेप की दोनों घटनाओं पर पहली बार बोले. उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं से पूरा देश शर्मसार है. बेटियों को न्याय मिलकर रहेगा. न्याय दिलाना हमारी जिम्मेदारी है. उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह की घटनाएं हमने बीते दिनों में देखी हैं, वो सामाजिक न्याय की अवधारणा को चुनौती देती हैं. किसी भी सभ्य समाज के लिए यह शर्मनाक है. एक समाज के रूप में, एक देश के रूप में हम सब इसके लिए शर्मसार हैं.
पीएम की तरह अन्य मंत्री भी इस प्रकरण पर सामने आने लगे हैं. मगर ये सवाल आज भी देश में जिन्दा है कि उन्नाव और कठुआ घटनाओ पर और अन्य कई जरुरी मौके पर या तो मोदी चुप रहते है या विदेश यात्रा पर निकल जाते है, जिसका जवाब आज तक नहीं दिया गया है.
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