नई दिल्ली: मणिपुर हिंसा का हवाला देते हुए विपक्षी दलों द्वारा मोदी सरकार के खिलाफ लोकसभा में अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है। हालाँकि, इस अविश्वास प्रस्ताव को लेकर अब विपक्ष में दरार पड़ती नज़र आ रही है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के सांसद ने कांग्रेस पर तंज कसा है। CPI सांसद बिनॉय विश्वम ने कहा कि कांग्रेस ने जल्दबाजी में स्वीकार कर लिया कि अविश्वास प्रस्ताव विपक्षी पार्टियों (I.N.D.I.A) का प्रतिनिधित्व नहीं करता है। CPI सांसद बिनॉय विश्वम ने गुरुवार (27 जुलाई) को कहा कि 'भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन' (I.N.D.I.A) के कई दलों को लगता है कि यदि भारत के अन्य दलों का प्रतिनिधित्व होता तो प्रस्ताव सशक्त और ज्यादा असरदार होता।
बिनॉय विश्वम ने कहा कि, 'सिर्फ CPI ही नहीं, बल्कि कई अन्य दलों ने जिम्मेदार तरीके से इसको लेकर आपत्ति जाहिर की है। कांग्रेस नेतृत्व ने इसे समझा है और वे इतने लोकतांत्रिक हैं कि वे इस बात पर सहमत हुए कि यह जल्दबाजी में हुआ है।' CPI सांसद ने कहा कि, ' ठीक है, ये अध्याय अब बंद हो चुका है। महत्वपूर्ण बात यह है कि अविश्वास प्रस्ताव संसद में है और इस पर पर्याप्त तादाद में सांसदों के दस्तखत हैं।'
बता दें कि, इससे पहले बुधवार (26 जुलाई) को कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई द्वारा लोकसभा में मोदी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था। CPI सांसद से जब उनकी आपत्ति के बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि सिर्फ कांग्रेस ही क्यों? I.N.D.I.A के सभी गठबंधन दल अविश्वास प्रस्ताव पर दस्तखत क्यों नहीं करते?