आज के युग में ऑनलाइन शॉपिंग करना एक फैशन सा हो गया है है एक तथ्य के हिसाब से अगर माने तो चीन में सबसे अधिक 88 प्रतिशत मोबाइल के जरिये लेनदेन करते है , जिसमे 47 प्रतिशत मोबाइल एप्प के जरिये खरीदारी करते है, और बाकि 32 प्रतिशत मोबाइल वॉलेट के जरिये होती है. ये तो एक रोचक तथ्य था लेकिन उससे भी ज्यादा रोचक तथ्य यह है की दुनिया भर में काफी सारे पोर्टल और कंपनी की माने तो उनके पास एक वेबसाइट और एक मोबाइल एप्प होती है लोग अपने सहूलियत के हिसाब से उपयोग करते है,
क्या आपको पता है ऑनलाइन पोर्टल पर चीज़े पसंद करने के बाद भी 58 प्रतिशत लोग भुगतान के समय अपनी खरीदारी को छोड़ देते है.
वेसे वैश्विक व्यापर मोबाइल एक सिस्टम फॉर्म ने 9 देशो की सूची में चीन, भारत, अमेरिका, ब्रिटेन,जर्मनी,फ्रांस,नाइजीरिया और दक्षिण अफ्रीका में किये गए अपने 6 हज़ार लोगो के सर्वेक्षण के बाद मोबाइल रिपोर्ट बनाई है. जिसके अकड़े कुछ इस प्रकार के है, 78 प्रतिशत लोगो ने पिछले तीन महीनो के दौरान मोबाइल के जरिये खरीदारी की है, और वही 58 प्रतिशत ऐसे भी लोग है जिन्होंने ने शॉपिंग करने के लिए चीज़े कार्ट में तो डाली मगर, जब भुगतान का समय आया तो खरीदारी बीच में ही छोड़ दी.
ऑनलाइन सामान बेचने वाली कंपनियो की सबसे बड़ी चुनोती है कि वे खरीदारों की पसंद को भुगतान में परिवर्तित कर खरीदारी को वास्तविक बनाये , वेसे रिपोर्ट की अगर माने तो जो यूज़र्स खरीदारी करने के लिए चीज़े कार्ट में डालते है मगर पेमेंट करते टाइम उनका मूड बदल जाता है, जिससे वो खरीदारी बिच में ही छोड़ देते है.
माइक्रोसॉफ्ट ने हिंदुस्तान के इन्टरनेट यूज़र्स पर सर्वे के नतीजो में बताया कि कुछ अन्य लोगो का कहना ही भुगतान की परिक्रिया बहुत पेचीदा और ऐसा कहे कि समय बर्बाद करने वाली है जिसके कारण लोग बीच में ही शॉपिंग छोड़ कर चले जाते है,
बीच में खरीदारी छोड़ने वाले लोगो में 31 प्रतिशत लोग ऐसा मानते है कि संवेदनशील सूचनाएं मांगी जा रही है जिसके कारण उन्होंने ऐसा किया .
वही दूसरी और 22 प्रतिशत लोगो का या मनना है कि कनेक्टिविटी कि प्रॉब्लम और अन्य तकनिकी कारणों के वजह से भुगतान नही करते है, बाकि बचे 21 प्रतिशत लोग भुगतान में लगने वाले समय के कारण लोग बीच में ही खरीदारी छोड़ देते है.
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